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उमर अब्दुल्ला का ट्वीट- हिंसा भड़काने के लिए न हो रियाज नाइकू की मौत का इस्तेमाल | Dont Use Reyaz Naikoos Death to Provoke Violence Protest Omar Abdullah | nation – News in Hindi

उमर अब्दुल्ला का ट्वीट- हिंसा भड़काने के लिए न हो रियाज नाइकू की मौत का इस्तेमाल

उमर अब्दुल्ला ने रियाज नाइकू की मौत पर ट्वीट किया है.

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Former J&K CM Omar Abdullah) ने लिखा है कि रियाज नाइकू (Riyaz Naikoo) की मौत का इस्तेमाल हिंसा और प्रदर्शन कर और लोगों को नुकसान पहुंचाकर नहीं किया जाना चाहिए.

श्रीनगर. कश्मीर (Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के शीर्ष कमांडर रियाज नाइकू (Riyaz Naikoo) की मौत पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Former J&K CM Omar Abdullah) ने ट्वीट किया है. उमर ने लिखा है कि नाइकू की मौत का इस्तेमाल हिंसा व प्रदर्शन कर और लोगों को नुकसान पहुंचाकर नहीं किया जाना चाहिए.

उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर लिखा- “नाइकू की तकदीर तभी तय हो गई थी जब उसने बंदूक उठाई थी और हिंसा और आतंक का रास्ता चुना था. कुछ लोगों को उसकी मौत का इस्तेमाल हिंसा और विरोध प्रदर्शन के लिए नहीं करना चाहिए जिससे कि और ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचे.”

आपको बता दें नाइकू पिछले आठ वर्षों से फरार था जिसे बुधवार को सुरक्षाबलों ने कश्मीर के पुलवामा जिले में उसके गांव में मार गिराया.

12 लाख का इनामी आतंकी था नाइकू
पुलिस के एक प्रवक्ता ने शुरुआत में सुबह कहा था कि एक शीर्ष आतंकी कमांडर और उसके एक साथी के साथ मुठभेड़ जारी है लेकिन उसकी पहचान उजागर नहीं की थी. बाद में अधिकारियों ने खुलासा किया कि यह कमांडर 12 लाख का इनामी रियाज नाइकू था. उन्हें नाइकू की पिछले आठ वर्षों से तलाश थी.

पुलिस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर एहतियाती उपाय के तौर पर घाटी में पहले ही मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थीं. यहां लोगों की आवाजाही पर भी सख्त पाबंदी है.

बुरहान वानी के बाद नाइकू को बनाया गया था कमांडर
अधिकारियों ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज नाइकू को पुलवामा के बेगपोरा गांव में घेर लिया गया. यह उसका पैतृक गांव था. जुलाई 2016 में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नाइकू आतंकी संगठन का कमांडर बन गया था.

बता दें भारतीय सुरक्षाबलों ने नाइकू को हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ के तीन दिन बाद मार गिराया है. तीन दिन पहले हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद सहित आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे.

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First published: May 6, 2020, 6:46 PM IST



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