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प्रियंका ने किए सवाल, ट्रंप कार्यक्रम में 100 करोड़ खर्च तो मजदूरों की यात्रा मुफ्त क्यों नहीं – Priyanka asked questions, 100 million spent in the Trump program, so why the workers journey is not free | nation – News in Hindi

प्रियंका गांधी ने किए सवाल, ट्रंप कार्यक्रम में 100 करोड़ खर्च तो मजदूरों की यात्रा मुफ्त क्यों नहीं?

प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से किए कई सवाल.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल करते हुए पूछा है कि जब रेल मंत्री पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रु दे सकते हैं तो फिर मजदूरों को आपदा की इस घड़ी में निशुल्क रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते?

नई दिल्ली. देश में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए रेलवे की ओर से राज्यों से मांगे जाने वाले किराए पर अब राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने केंद्र सरकार से सवाल किए हैं और मजूदरों की स्थिति पर दुख जताया है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि जब रेल मंत्री पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रु दे सकते हैं तो फिर मजदूरों को आपदा की इस घड़ी में निशुल्क रेल यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकते? उन्होंने लिखा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि घर लौटने वाले मजदूरों की रेल यात्रा का पूरा खर्च उठाएगी. मजदूर राष्ट्र निर्माता हैं. मगर आज वे दर-दर ठोकर खा रहे हैं तो यह पूरे देश के लिए आत्मपीड़ा का कारण है.

उन्होंने सवाल करते हुए कहा, जब हम विदेश में फँसे भारतीयों को हवाई जहाज से निशुल्क वापस लेकर आ सकते हैं, जब नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रु खर्च कर सकते हैं तो मजदूरों को मुफ्त में क्यों उनके राज्य नहीं भेज सकते.

इसे भी पढ़ें :- PM केयर फंड के लिए 100-100 रुपए वसूलने पर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने सुझाव देते हुए ट्वीट कर कहा है कि, ‘जब जनता त्राहिमाम कर रही है. राशन, पानी, नकदी की किल्लत है. तब सरकारी महकमा सबसे 100-100 रुपए पीएम केयर फंड के लिए वसूल रहा है. तब हर नजरिए से यह उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो? देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए, उसका हिसाब होना चाहिए. संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है. इसमें जनता और सरकार दोनों की भलाई है.

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