शहर में आये हिरण शावक को पुलिस ने दूध पिलाकर वन विभाग को सौंपा

भिलाई । लॉकडॉउन को देखते हुए दुर्ग जिला में अन्य जिलों से अनावश्यक आवागमन को रोकने हेतु दुर्ग पुलिस द्वारा कई बैरियर लगाकर चेकिंग की जा रही है। मोहरेंगा बैरियर जहांँ नन्दनी थाना द्वारा तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है 1 मई को रात्रि करीब 11:30 हिरण का बच्चा भटकते हुए मिला जिसे वहाँ के उपस्थित नन्दनी थाना स्टाफ़ द्वारा खाना-दूध पिलाया गया व फॉरेस्ट विभाग को सूचना दी गयी। बैरियर के पास ही स्थित लुनिया फॉर्म हॉउस में आये दिन जंगली सुअर का झुंड, जंगली खरगोश व हिरण आये दिन दिखाई देते है। पुलिस स्टाफ़ रात्रि को जंगली सुअर के डर से रात भर जागता रहता है। पुलिस लॉकडाउन के चलते वहीं तीन शिफ्ट में रहकर खाना बनाकर 24 घंटे ड्यूटी कर रहा है। बंद के चलते जंगली जानवर भी अब बिना डर के घूमते नजऱ आते है। अन्य जंगली जानवरों-कुत्ते से बचाव हेतु हिरण के बच्चे को फॅारेस्ट विभाग को सौंपा गया।सहायक उप. निरी. झग्गर टण्डन, आर. सरद राजपूत, आर. 1058 देवेंद्र बंजारे रातभर उनके झुंड की तलाश जंगलों में कई गयी जब कोई पता न चलने पर उप.निरक्षक अर्जुन पटेल द्वारा छोटे हिरण के बच्चे के लिये दूध की व्यवस्था कर दूध पिला भूख मिटाई गयी।