छत्तीसगढ़ियों के साथ छल हुआ-जय प्रकाश यादव
भाजपा किसान मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं युवा मोर्चा सोशल मीडिया सेल प्रदेश संयोजक जय प्रकाश यादव ने प्रेस में बयान जारी कर कहा कि आज छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ का अपना पहला बजट पेश किया।इस बजट को लेकर जनता की अपेक्षाएं सरकार पर बहुत थी।कांग्रेस सरकार ने जन आकाक्षाओं से उलट, विकास वाद से कोषो दूर यह बजट जनता की उम्मीद पर खरा उतरते नहीं दिख रही.
कांग्रेस सरकार ने एक बार फिर सत्ता भोग राजनीति की रुख कर ली है।
आगे जय प्रकाश यादव ने बताया कि भूपेश बघेल जी युवाओं को आपने गद्दी पाने का माध्यम बना लिया है एवं सत्ता की चाबी मिलते ही फिर वही चाल सही मायनों में यह कांग्रेस का चरित्र दर्शाता है।
बजट में शिक्षित बेरोजगारों के लिए कुछ नही है ,न ही शिक्षको एवं ग्रंथपाल की भर्ती का प्रावधान है, न ही अनियमित सविंदा कर्मचरियो के लिए है, न ही दैनिक वेतनभोगी के लिए है, और न ही शिक्षकों के संविलियन के लिए कुछ है।
आगे श्री यादव ने याद दिलाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी आपके द्वारा गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर 15000 शिक्षकों की नियुक्ति की बात कही थी पर बजट में इसका कोई उल्लेख तक नही है। शिक्षक पात्रता होते हुए भी सरकार द्वारा पात्रता परीक्षा का ही आयोजन किया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया नही।
गुरुजनों अर्थात शिक्षाकर्मियों को आपने शतरंज के मोहरे की तरह इस्तेमाल किया और आज उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है
आज लाखों युवा आप की ओर देखते हुए यही पूछ रहे हैं क्या हुआ तेरा वादा?
जय प्रकाश यादव ने कहा बजट के उपरांत मुख्यमंत्री जी ने ट्विटर के माध्यम से लोगों से पूछा
How’s the JOSH, Chhattisgarh
मुझे लगता है उन्हें यहाँ How’s the Dhoka, Chhattisgarh पूछना था।
जनघोषणा पत्र के अनुरूप शराबबंदी और बेरोज़गारी भत्ता के लिए प्रावधान न करना. साफ़ दिखता है कि सरकार को शराब माफ़िया ने ख़रीद लिया है
जय प्रकाश यादव ने कहा कि आगे पाट पीछे सपाट: मुख्यमंत्री जी का पहला बजट कुछ इसी तरह का लग रहा है। सत्ता भोगी कांग्रेस पार्टी सत्ता पर आते ही अपनी गंगा जल वाली कसमों वादों को भूल चुकी है। पूर्ण शराबबंदी पर इनकी गठित समिति बजट से कोषों दूर है ।
जय प्रकाश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों को जीवन बीमा और साप्ताहिक छुट्टी न देना, पंचायत सचिव, कोटवार, रोज़गार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ग्राम पटेल और रसोईया के नियमितिकरण का बजट में कोई प्रावधान नहीं रखना
प्रदेश के आधे से ज्यादा उपभोक्ता 400 यूनिट बिजली प्रतिमाह से अधिक की खपत करते हैं. उनको बिजली बिल हाफ़ का कोई फ़ायदा नहीं, जो वादा किया था कम से कम उसे तो निभाना था भूपेश जी ।
आगे अपने बयान में कहा कि सरकार द्वारा आउट्सॉर्सिंग नीति पर स्पष्ट रूप से रोक न लगाना, स्वास्थ एवं शिक्षा सेवाओं में 23,456 रिक्त पदों में भर्तियाँ न करना ।इस कांग्रेस सरकार की नीयत में खोट को दर्शाता हैं ।
जनता कांग्रेस को वादाखिलाफी का जवाब लोकसभा चुनाव में जरूर देगी ।