Jammu kashmir Full story of handwara encounter | J&K: शक्ति के साथ सेना ने दिया सूझबूझ का परिचय, जानिए हंदवाड़ा एनकाउंटर की पूरी कहानी | nation – News in Hindi
हंदवाड़ा में सेना ने 2 खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया है.
भारतीय सेना ने खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए इस ऑपरेशन में दो खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया. शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों ने अपनी वीरता के साथ सूझबूझ का एक शानदार उदाहरण दिया.
हंदवाड़ा में हुए एनकाउंटर (Handwara encounter) में भारतीय सेना के 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शकील काजी शहीद हो गए.
शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों ने अपनी वीरता के साथ सूझबूझ का एक शानदार उदाहरण दिया. आइए जानते हैं इस एनकाउंटर की पूरी कहानी…
घर में छिपे हुए थे आतंकवादीभारतीय सेना को हंदवाड़ा के चांजमुल्ला इलाके में एक घर में आतंकवादियों के छिपने की जानकारी मिली थी. इस घर में आतंकवादियों ने कई लोगों को बंधक बनाकर रखा हुआ था. खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना को इस बात का अंदाजा नहीं था कि आखिरकार आतंकवादियों की संख्या कितनी है. खुफिया जानकारी मिलने के बाद शनिवार शाम को 21 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया. इलाके में सैनिकों को देखकर आतंकवादियों ने फायरिंग शरू कर दी. इसके बाद सेना की ओर से बचाव में फायरिंग की गई.
आतंकवादियों को निकालना था चुनौती
हंदवाड़ा में आतंकवादियों को पकड़ने से ज्यादा उन लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना था, जो घर में कैद थे. शनिवार देर शाम कर्नल शर्मा की अगुवाई में एक टीम घर में घुसी और बड़ी ही चतुराई से बंधक बनाए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस दौरान दोनों ही ओर से फायरिंग की जा रही थी. इस दौरान गोली लगने से कर्नल आशुतोष शर्मा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए.
कर्नल ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
घर से लोगों को बाहर निकालने के दौरान गोली लगे कर्नल आशुतोष शर्मा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. कर्नल शर्मा दो बार वीरता मेडल्स से सम्मानित हो चुके थे. कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे. आशुतोष शर्मा को काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशंस का स्पेशलिस्ट कहा जाता था. वह लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे. गार्ड्स रेजिमेंट से आने वाले आशुतोष शर्मा को बतौर कमांडिंग ऑफिसर सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया था.
वादा रह गया अधूरा
आतंकियों से मोर्चा लेते हुए उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले लांस नायक दिनेश भी शहीद हो गए है. कुछ ही दिनों में दिनेश अपने घर आने वाले थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण उन्हें कश्मीर में ही रूकना पड़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ वक्त पहले ही दिनेश ने अपने पिता से बातचीत में जल्द घर लौटने का वादा किया था.
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First published: May 3, 2020, 4:16 PM IST