एटक ने मनाया मजदूर दिवस,
कहा शोषणकारी और पूंजीवादी व्यवस्था के खात्मे के संघर्ष के लिए एकजुट होंगे
भिलाई। भिलाई स्टील मजदूर सभा (एटक) के महासचिव कामरेड विनोद कुमार सोनीने शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए हम सामाजिक एकजुटता और एकता पर जोर देते हुए भिलाई स्टील मजदूर सभा (एटक) के द्वारा आज सुबह 9 बजे सेक्टर-1 एटक कार्यालय में मई दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस* मनाया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम एटक का लाल झंडा फहराया गया एवं शिकागो में शहीद समस्त क्रांतिकारी साथियों तथा मेहनकशों के लिए संघर्ष करते हुए शहीद हुए साथियों को, कोरोना वायरस से दिवंगत हुए व्यक्तियों, कलाकार इर्रफान व ऋषि कपूर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। इस असर पर यूनियन के द्वारा उपस्थित समस्त साथियों को कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क का वितरण किया गया। इस अवसर पर देश के समस्त केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा जारी पर्चा पढ़ा गया। उस पर चर्चा करते हुए अपने जगहो पर खड़े होकर उपस्थित सभी लोगों ने कोरोना वायरस से सुरक्षित रहेंगे और आपने स्वास्थ्य की देखभाल करेंगे। आठ घंटे के कार्य दिवस के अधिकार, जिस पर हमला हो रहा है, की रक्षा के लिए लडऩे एकजुट होंगेे। नियोक्ताओं के पक्ष में, श्रमिकों के अधिकारों के दमन के लिए 44 श्रम कानूनों को चार कोड में विलय के खिलाफ एकजुट होंगे। मौजूदा सामाजिक सुरक्षा, व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य उपायों की रक्षा करने और उन्हें सार्वभौमिक कवरेज के लिए समावेशी बनाने के लिए लड़ाई के लिए एकजुट होंगे। सार्वजनिक उपक्रमों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बेचने के खिलाफ, लडऩे के लिए एकजुट होंगे। सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रमों में 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी दे दी गयी है; जैसे भारतीय रेलवे, रक्षा कारखाने, कोयला, पोर्ट एंड डॉक, एयर इंडिया, बैंक, एलआईसी, 76 अन्य सार्वजनिक उद्योग आदि। एफडीआई के खिलाफ लडऩे के लिए एकजुट होंगे। पूंजीपतियों व उनका प्रतिनिधित्व करने वाली यह सरकार, कोरोना वायरस के कारण बढ़े हुए आर्थिक संकट के बोझ को पूरी तरह से कामगार वर्ग पर स्थानांतरित करने के लिए आतुर दिखती है , के खिलाफ लडऩे के लिए एकजुट होंगे। मज़दूरों के अर्जित लाभ, अधिकार और धन की रक्षा करते हुए हम पूँजीपतियों और सरकारों के ऐसे तुच्छ प्रयासों के विरुद्ध लडऩे के लिए एकजुट होंगे। हम श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित करने का विरोध करते हैं। मज़दूर वर्ग और मेहनतकश लोगों द्वारा उत्पन्न मुनाफे और धन की रक्षा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। मजदूर वर्ग की एकता और सभी मेहनतकशों की एकता को बाधित करने और उन्हें धर्म, क्षेत्र, नस्ल, जाति, जातीयता और लिंग के आधार पर विभाजित करने के सभी प्रयासों को विफल करने के लिए एकजुट होकर लड़ेंगे। दुनिया के सभी मजदूर एवं मेहनतकश साम्राज्यवाद के हमलों से लडऩे और उसे हराने के लिए एकजुट रहेंगे और अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय वित्त पूंजी के खिलाफ अपने संघर्ष को आगे बढ़ाएगें। शोषणकारी पूंजीवादी व्यवस्था के खात्मे के संघर्ष के लिए एकजुट होंगे और नए शोषण मुक्त समाज, समाजिक व्यवस्था कायम करने के लिए एकजुट रहेंगे। उसके बाद सभी लोगों ने मई दिवस जिंदावाद! मजदूर वर्ग की एकता जिंदाबाद, मजदूरो-किसानों की एकता जिंदाबाद! दुनिया के मजदूरों एक हो के नारे लगाये गये।
इस अवसर पर का. विनोद कुमार सोनी, विनय कुमार मिश्रा, बसंत कुमार उइके, सीताराम सिंह, संतोष सिंह, चन्द्र प्रकाश, इकबाल, शिव कुमार मेहरा, बहुर सिंह कुर्राम, जेल सिंह, रवि शंकर कुर्रे, अयूब खान, ठाकुर राम साहू व धर्मेंद्र सॉरी सहित बड़ी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।