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कोरोना संकट- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सैलरी नहीं लेने का फैसला किया – Reliance Industries Chairman mukesh ambani to forego salary ril-board members to take pay cut amid coronavirus pandemic | business – News in Hindi

कोरोना संकट- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सैलरी नहीं लेने का फैसला किया

रिलायंस इंडस्ट्रीज चेयरमैन, मुकेश अंबानी

कोरोना वायरस महामारी के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Reliance Industries Chairman Mukesh Ambani) ने इस साल सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है. RIL के बोर्ड मेंबर्स ने भी अपनी सैलरी में 50 फीसदी तक कटौती करने का फैसला किया है.

मुंबई. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस साल कोई सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है. मुकेश अंबानी के अलावा कंपनी के टॉप एग्जीक्युटिव्स ने भी सालाना सैलरी का कुछ हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी संकट के चलते देशभर में सभी बिजनेस गतिविधिया बंद है.

बोर्ड मेंबर्स की सैलरी में भी 30 से 50 फीसदी तक की कटौती
बुधवार को कर्मचारियों को लिखे गए एक लेटर में RIL के एग्जीक्युटिव डायरेक्टर हितल आर मेसवानी ने कहा मुकेश अंबानी इस साल कोई सैलरी नहीं लेंगे. इसके अलावा, कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, एग्जीक्युटिव डायरेक्टर्स, एग्जीक्युटिव कमिटी मेंबर्स और सीनियर लीडर्स की सैलरी में भी 30 से 50 फीसदी तक की कटौती की जाएगी.

हाइड्रोकार्बन​ बिजनेस पर पड़ा कोरोना का असरइसमें आगे कहा गया कि मौजूदा संकट की स्थिति में हाइड्रोकार्बन बिजनेस (RIL Hydrocarbon Business) पर विशेष रूप से प्रभाव देखने को मिला है. इस वजह से हाइड्रोकार्बन बिजनेस में काम करने वाले उन कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसदी की कटौती की जाएगी, जिनकी सालाना सैलरी 15 लाख रुपये से अधिक है. 15 लाख रुपये सालाना से कम कमाई करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में कोई कटौती नहीं की जाएगी.

हालांकि, कर्मचारियों को पहली तिमाही में दी जाने वाले परफॉर्मेंस-लिंक्ड इन्सेंटिव्स (PLI) और कैश पेमेंट को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है.

हर स्तर पर कॉस्ट ​कटिंग करेगी कंपनी
रिफाइंड प्रोडक्ट्स और पेट्रोकेमिकल्स की मांग में भारी कमी होने की वजह से हाइड्रोकॉर्बन बिजनेस पर प्रभाव पड़ा है. इस वजह से हाइड्रोकार्बन बिजनेस पर दबाव बढ़ गया है. यही कारण है कि कंपनी हर स्तर पर लागत में कमी करने की कोशिश कर रही है.मौजूदा परिस्थिति में जरूरत है कि कंपनी हर स्तर पर ऑपरेटिंग और फिक्स्ड कॉस्ट में कटौती करे. इसमें कंपनी के हर व्यक्ति को योगदान करने की जरूरत है.

(डिस्केलमर- न्यूज18 हिंदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का हिस्सा है. नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का स्वामित्व रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास ही है.)

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First published: April 30, 2020, 4:28 PM IST



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