लापता हरिप्रसाद देवांगन को चोरो ने अगवा के बाद कर दी हत्या

आरोपियों की निशानदेही पर नरकंकाल बरामद
पहचान छिपाने आरोपी किया सिर मुड़ाकर अमरकंटक की यात्रा
कर 20 दिन बाद मिली पुलिस को सफलता,
चोरी की नियत से दिया गया था वारदात को अंजाम, आरोपियों ने कबूला जुर्म
भिलाई। आईजी रतनलाल डांगी एवं एसपी प्रखर पांडे ने बुधवार को पिछले 20 दिनों से पाटन के ज्वेलरी संचालक एवं रिसाली निवासी लापता हरिप्रसाद देवांगन के मामले का बुधवार शाम को एक पत्रकारवार्ता में खुलासा करते हुए बताया कि तीन युवकों ने ज्वेलरी शॉप में चोरी के लिए संचालक हरिप्रसाद देवंागन का अपहरण किया फिर हत्या करने के बाद साक्ष्य छिपाने के नीयत से शव को तरीघाट के पास ले जाकर जला दिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने शव के रूप में नरकंकाल बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस मामले मेें तीन युवकों ग्राम दैमार पाटन के संजू वैष्णव पिता दिलेश्वर वैष्णव उम्र 23 वर्ष, आकाश कोसरे पिता चंद्रहास कोसरे उम्र 18 वर्ष, सूर्यकान्त उर्फ सूरज साहू उर्फ सुज्जू पिता खेलन साहू उम्र 18 वर्ष एवं एक अपचारी सभी निवासी दैमार को हिरासत में लिया है जिन्होंने ज्वेलर्स संचालक की हत्या कर शव को जलाना कबूल किया है। पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई कि यह पूरी योजना चोरी की नियत से तैयार की गई थी। घटना को अंजाद देने के बाद मुख्य आरोपी अपना सिर मुडवाकर अमरकंटक की यात्रा भी की। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है।
ज्ञातव्य हो कि लगभग तीन सप्ताह पूर्व 18 जनवरी को पाटन स्थित कृष्णा ज्वेलर्स के संचालक हरिप्रसाद देवांगन का अपहरण कर लिया गया था। वे अपनी दुकान बंद करने के बाद घर नहीं पहुंचे। परिजनों ने देर रात तक तलाश करने के बाद नेवई थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि हरिप्रसाद चार पहिया वाहन में उन्हें बिठाकर ले गए। घटना के बाद अब जाकर पुलिस मामले की तह तक पहुंच पाई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर संक्षिप्त रूप से घटना क्रम कर क्रमवार जानकारी ली गई। आरोपियों ने पुलिस को सभी स्थलों पर ले गए जहां का संबंध इस घटना से था। तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण, हत्या, साक्ष्य छिपाने, चोरी आदि धाराओं के तहत अपरार्ध दर्ज किया गया है।
तीन सप्ताह तक पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
हरिप्रसाद देवांगन के अपहरण की घटना के बाद पुलिस को लगातार तीन सप्ताह तक मशक्कत करनी पड़ी। एएसपी विजय पाण्डेय के नेतृत्व में सीएसपी भिलाई नगर श्याम सुंदर शर्मा व नेवई थाना प्रभारी अमित बेरिया ने केस को हर एंगल से जांचा। पाटन से लेकर मरोदा के बीच लगभग सभी सीसीटीवी फूटेज को जांच की गई। अपहरण के दूसरे दिन 19 जनवरी को हरिप्रसाद की साइकिल रिसाली शीतला मंदिर के पास टूट-फूटी हालत में मिली। वहीं हादसे के तीसरे दिन 20 जनवरी को हरिप्रसाद का मोबाइल उतई की शराब भ_ी के पास झाडिय़ों में मिला। इसके बाद लगातार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाती रही। आखिरकार पुलिस को मामले में सफलता मिली। पुलिस ने जिन तीन युवकों को हिरासत में लिया है उन तीनों ने ज्वेलर्स संचालक की हत्या कर शव को जलाना कबूल किया है।
चोरी की योजना और कर दी हत्या
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने हरिप्रसाद की दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना तैयार कर रहे थे। आरोपियों ने योजना के तहत आरोपियों ने मरोदा के शीतला तालाब के पास कार से अगवा किया। इसके बाद हरिप्रसाद के पास से चाबियां लेकर दुकान का ताला खोला और उसी स्थान पर लटका दिया जहां पर हरिप्रसाद रखता था। चोरी के दौरान डायल 112 के सायरन के कारण चोरों की योजना पुरी न हो सकी। जिस अलमारी में हरिप्रसाद ने सोना और चांदी रखा था उस अलमारी को भी आरोपी खोल न पाए थे। बताया जा रहा है उस अलमारी में 800 ग्राम सोना व लगभग 46 किलो चांदी रखी हुई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों को इस बात का अंदेशा नहीं था मामला इतना तूल पकड़ेगा पुलिस उनके पीछे पड़ जाएगी।
अगवा करने के पहले कार से तीन दिनों तक किये रेकी
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने हरिप्रसाद की दुकान में चोरी की योजना बनाने के बाद तीन दिनों तक रेकी की थी। तीनों आरोपियों पर पहले से ही चोरी के कई मामले दर्ज हैं। हरिप्रसाद देवांगन के अपहरण के लिए आरोपियों ने नेहरू नगर से कार किराए में ली थी। लगातार उनका पीछा किया गया और एक सुरक्षित स्थान की तलाश की गई। घटना वाले दिन 18 दिसंबर को आरोपियों ने हरिप्रसाद देवांगन का अपहरण करने बाद उनकी पहले गला दबा कर हत्या कर दी गई। इसके बाद वे पाटन गए और दुकान खोली। जितना सामान उनकी नजर के सामने दिखा उसे ले गए और साक्ष्य छिपाने के इरादे से पाटन के सुनसान जगह पर शव को जला दिया। पुलिस ने मामले में आसपास के कई चोरों को हिरासत में लेकर अलग अलग पूछताछ की थी। साथ ही यह भी देखा गया कि घटना के बाद किस चोर ने किस प्रकार का सामान बेचा। इसी दौरान इन तीनों पर पुलिस का संदेह पुख्ता हुआ तो कड़ी पूछताछ की गई जिसमें तीनों टूट गए और चोरी के इरादे से अपहरण और हत्या कर शव को जलाने की बात बताई।
हरिप्रसाद देवांगन के अपहरण के मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों की बैठक लेकर जल्द से जल्द मामले सुलझाने के निर्देश दिये थे। ज्वलर्स हरिप्रसाद के अपहरण के मामले में गृहमंत्री साहू ने डीजी डीएम अवस्थी और एसपी की मीटिंग ली थी। वहीं परिजनों ने भी गृहमंत्री से लेकर सीएम तक गुहार लगाई थी। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने जिले के एसपी व एएसपी को मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने भी जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।