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Mumbai Mayor Kishori Pednekar dresses as a nurse as a mark of respect | nation – News in Hindi

कोरोना वायरस: मुंबई की मेयर ने नर्स की वेशभूषा में किया अस्पतालों का दौरा, जानें क्या है कारण

मेयर किशोरी पेडनेकर ने नर्सों के पेशे को सम्मान देने के लिए उनके जैसे ही कपड़े पहने.

मेयर किशोरी पेडनेकर (Mayor Kishori Pednekar) ने सीएनएन न्यूज़18 को बताया कि वह हॉस्पिटल स्टाफ को यह बताना चाहती हैं कि वह भी एक फ्रंटालाइन वर्कर हैं और वह कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई में उनके योगदान की सराहना करना चाहती हैं.

मुंबई. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों की तादाद 28 हजार के करीब पहुंच गई है. देश में अब तक 6 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं. लोगों की जान बचाने के लिए इस समय डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों समेत जरूरी सामानों की आपूर्ति से जुड़े लोग अपनी जान को दांव पर लगाकर काम कर रहे हैं. इन कामों में लगे लोगों को लोग अलग-अलग तरीकों से सम्मान दे रहे हैं. ऐसे में मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर सोमवार को एक अलग अंदाज में नजर आईं. मेयर किशोरी पेडनेकर ने नर्सों के पेशे को सम्मान देने के लिए उनके जैसे ही कपड़े पहने. पेडनेकर ने इसी वेशभूषा में बीएमसी के दो अस्पतालों का दौरा किया.

इसलिए पहने नर्स के कपड़े
किशोरी ने सीएनएन न्यूज़18 को बताया कि वह हॉस्पिटल स्टाफ को यह बताना चाहती हैं कि वह भी एक फ्रंटालाइन वर्कर हैं और वह उनके योगदान की सराहना करना चाहती हैं.

हाल ही में मुंबई में 53 पत्रकारों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद मेयर किशोरी पेडनेकर आईसोलेशन के लिए चली गई थीं.उधर बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने मुंबई के 348 नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन कैंसल करने के निर्देश दिए हैं.

ठाणे में सोसाइटी के लोगों को दी गई चेतावनी
वहीं महाराष्ट्र में ठाणे नगर निगम (टीएमसी) ने आवासीय सोसाइटी के पदाधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर उनके क्षेत्र में निवासी बंद का उल्लंघन करते पाए गए तो उन पर आपराधिक मामले दायर किए जाएंगे. केंद्र सरकार ने हाल ही में ठाणे को संक्रमण से बेहद प्रभावित क्षेत्रों में से एक घोषित किया था.

आदेश जारी करते हुए ठाणे नगर निगम के आयुक्त विजय सिंघल ने सोमवार को कहा कि आवासीय सोसाइटी के अध्यक्ष और सचिव को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन सोसाइटी में रहने वाले लोग राज्य सरकार के बंद के नियम का पालन करें. अगर पदाधिकारी यह सुनिश्चित नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई होगी और उन्हें उनके पद से भी हाथ धोना पड़ेगा.

बता दें महाराष्ट्र में फिलहाल 8068 केस सामने आए हैं जिसमें से 6538 केस एक्टिव हैं. राज्य में अब तक 1188 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 342 लोगों की जान चली गई है.

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First published: April 27, 2020, 6:27 PM IST



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