जिले के 88 धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी पर विराम लग गया
सबका संदेस न्यूज छत्तीसगढ़ मुंगेली- समर्थन मूल्य पर जिले के 88 धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी पर विराम लग गया है। भारी मात्रा में धान खरीदी केंद्रों में खुले में रहने एवं मौसम में बदली छाये रहने से केंद्र प्रभारी की चिंता बढ़ गई है। सभी केंद्रों में निर्धारित क्षमता से अधिक धान होने के कारण समस्या और बढ़ गई है।
जिले के उर्पाजन केंद्रों में 30लाख 68 हजार 520.06 क्विंटल कुल धान की खरीदी हुई है। जो कि लक्ष्य 26 लाख 50 हजार क्विंटल के मुकाबले 41लाख आठ हजार 520.60 क्विंटल अधिक धान की खरीदी हुई है। इस बार लक्ष्य से अधिक खरीदी होने के पीछे जो कारण बताए जा रहे हैं। इसके अनुसार पंजीकृत किसानों की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले 4370 की वृद्घि हुई है। वहीं पंजीकृत रकबे में 4605.15 हेक्टेयर की वृद्घि हुई है। इसके साथ ही पिछले वर्ष 57हजार 646 में से 47 हजार 900 किसानों ने धान बेचा। इस बार पंजीकृत किसानों की संख्या 62हजार16 है। इसमें से 59हजार 468 किसानों ने 30 लाख 68 हजार 520.60 क्विंटल धान बेचा है। इसमें से 74.69 प्रतिशत धान का उठाव हो चुका है। ज्ञात हो एक नवम्बर 2018 से आरंभ समर्थन मूल्य में धान खरीदी को लेकर 300 रुपए बोनस की घोषणा से लोगों में धान बेचने का उत्साह बना रहा। इसके चलते छोटी रकबा 10 डिसमिल 20 डिसमिल वाले किसानों ने भी धान बेचने के लिए पंजीयन कराया। इसके बाद परिवर्तित सरकार ने धान के मूल्य को 1750 व बोनस 300 रुपये को मिलाकर कुल 2050 को बढ़ाकर 2500 कर दिया। इससे किसानों में धान बेचने की होड़ लग गई और लोग सिर्फ वर्षभर खाने के लिए धान अपने पास रखकर शेष धान को बेचकर फायदा उठाना उचित समझा व समितियों के ऋणी-कालातीत किसानों ने सरकार की छूट के चलते जो पहले कर्ज कटने के कारण धान नहीं बेचते थे वे किसान भी इस बार बड़ी संख्या में धान बेचे। इसके चलते समितियों में बड़े पैमाने में धान आना आरंभ हो गया और पिछले साल की तुलना में लक्ष्य से भी ज्यादा बंफर खरीदी हुई। इस बार धान की खरीदी के लिए अंतिम दिन में फड़ मे आए किसानों को टोकन देने की परंपरा बंद कर दी गई थी और कहा गया था कि समय नहीं बढ़ाया जाएगा और खरीदी रात के 12 बजे तक कम्प्यूटर बंद होने तक ही खरीदी की जाएगी। जिसका किसानों पर असर पड़ा और किसान समय से पहले ही अपने अपने धान बेच चुके थे। अंतिम दिन कुछ केंद्रों को छोड़कर जिले के अधिकांश केंद्रों में 4-5 बजे के बीच खरीदी पूर्ण होकर बंद हो गई थी। कुल जमा जिले के 88 उपार्जन केंद्रों में 660 किसानों ने टोकन लिया था जिसमें से 517 किसान धान बेचने आए उनसे 16 हजार 972.80 क्िवटल धान की खरीदी हुई है।
जिले में धान खरीदी का कार्य पूरी तरह संपन्न हो गया है। अभी तक 22 लाख 91हजार 967.20 क्विंटल धान का परिवहन किया जा चुका है। खरीदी केंद्रों में 77 लाख छह हजार 553 क्विंटल धान बचा हुआ है।
सीएस जायसवाल ,सहायक पंजीयक
विज्ञापन समाचार हेतू सपर्क करे-9425569117/9993199117