देश दुनिया

हेल्थ वर्कर्स पर हमले के आरोपियों को ग्रीन ज़ोन भेजने पर कुमारस्वामी ने उठाए सवाल | why transfer covid 19 suspects to green zone kumarswamy sees red over karnataka government criminal move | nation – News in Hindi

COVID-19: स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले के आरोपियों को जेल भेजे जाने पर भड़के कुमारस्वामी, कहा- ये आपराधिक कदम

कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी

कुमारस्वामी ने दावा किया है कि इन आरोपियों (Covid-19 Suspects) को रामनगर के जेल में शिफ्ट करने से वहां पहले रह कैदियों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.

बंगलुरु. कर्नाटक के बेंगलुरु में बीते दिनों कुछ कोरोना संदिग्धों (Covid-19 Suspects) को आइसोलेट करने गई स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसवालों पर हमले करने के आरोप में 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब इस मामले में सियासत शुरू हो गई है. दरअसल, इन सभी को बेंगलुरु से रामनगर जिला जेल शिफ्ट किया है. कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी (HD Kumarswamy) ने इस पर आपत्ति जाहिर की है. कुमारस्वामी ने दावा किया है कि इन आरोपियों को रामनगर के जेल में शिफ्ट करने से वहां पहले रह कैदियों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.

कुमारस्वामी ने बुधवार को इस मामले पर कई ट्वीट किए और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. कुमारस्वामी ने कहा, ‘राज्य सरकार का ये फैसला आपराधिक है.’ तीन दिन पहले रविवार को बेंगलुरु के मुस्लिम बहुल इलाके पदारायणपुरा में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे, जिनमें से ज्यादातर युवा थे. इन लोगों ने वहां पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की. अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बुरी तरह से मारा-पीटा गया. वहीं, जब कुछ स्थानीय लोग इन अधिकारियों को बचाने के लिए पहुंचे, तो उनके साथ भी हाथापाई हुई.

पुलिस ने इस मामले में 52 आरोपियों को गिरफ्तार किया और उन्हें रामनगर के जिला जेल भेज दिया, जो कि बेंगलुरु से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित है. वहीं, इन लोगों के लिए जेल में जगह बनाने के लिए कुछ कैदियों को रामनगर जेल से बेंगलुरु सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया है. यही विवाद का विषय है.

दरअसल, एचडी कुमारस्वामी और उनकी पत्नी अनिता रामनगर जिले से विधायक हैं. कुमारस्वामी चेन्नपटना का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनकी पत्नी अनिता रामनगर की प्रतिनिधि हैं.कुमारस्वामी ने ट्विटर के जरिए इस मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस आलोक मोहन इस ट्रांसफर के लिए जिम्मेदार हैं.

यही नहीं, कुमारस्वामी ने इस मामले पर मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा और राज्य के गृहमंत्री बसवराज बोमानी से भी बात की है. उन्होंने दोनों से सभी आरोपियों को रामनगर जेल से हटाकर किसी सरकारी हॉस्टल या दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट करने की गुजारिश की है.

उन्होंने इसके साथ ही राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि रामनगर के लोग इस कदम से खासे आक्रोशित हैं. हालांकि, उन्होंने लोगों को समझाया है कि वो किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन न करे.

इस पूरे मामले पर बीजेपी सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

ये भी पढ़ें: अमित शाह ने डॉक्टरों को दिलाया सुरक्षा का भरोसा, IMA ने रद्द किया प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन

नीति आयोग के सदस्य बोले-पूरी दुनिया से कोरोना खत्म होने के बाद ही इस महामारी से मिलेगी आजादी

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए देश से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: April 22, 2020, 1:54 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button