देश दुनिया

प्रेग्नेंसी के दौरान कोरोना वायरस होने पर क्या बच्चे में भी फैल सकता है संक्रमण? – coronavirus in pregnancy Infections can spread to the child nodrss | health – News in Hindi

प्रेग्नेंसी के दौरान कोरोना वायरस होने पर क्या बच्चे में भी फैल सकता है संक्रमण?

कोरोना वायरस ने कुछ गर्भवती महिलाओं को भी चपेट में ले लिया है.

डब्ल्यूएचओ (WHO) ने साफ किया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाओं द्वारा नवजात शिशुओं को भी स्तनपान कराने से अभी तक किसी तरह का खतरा नहीं देखा गया है. इसलिए जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराना चाहती हैं, वे करा सकती हैं. हालांकि इसके लिए कुछ विशेष बातों को जरूर ध्यान रखना होगा.

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) देश ही नहीं दुनिया में भी तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है. केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय (Health Ministry) ने सोमवार को कहा है कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1553 नए केस सामने आए हैं. इस दौरान 36 लोगों की मौत हुई है. जबकि कुल मामलों की संख्‍या बढ़कर 17656 हो गई है. देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते अब तक 559 मौतें हुई हैं. यह वायरस हर उम्र के लोगों को चपेट में ले रहा है. खासकर पुरुषों में इस वायरस का संक्रमण महिलाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहा है. इसके बावजूद महिलाएं भी इस संक्रमण से काफी हद तक प्रभावित हैं. खासकर कुछ गर्भवती महिलाओं को भी यह बीमारी ने अपने चपेट में लिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे में भी यह बीमारी फैल सकता है?

गर्भवती महिलाओं के बच्चे पर कोरोना का प्रभाव कितना
डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरस से बचने का एकमात्र उपाय है सतर्कता बरतना. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इस वायरस का फैलने का खतरा अधिक रहता है. इस लिहाज से देखें तो गर्भवती महिलाएं भी इससे अछुता नहीं है, लेकिन हाल ही में एक रिसर्च में पता चला है कि गर्भवती महिलाओं से शिशु में इस वारयस के फैलने की संभावना बहुत कम है.

क्या कहते हैं डॉक्टरस्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनिया चावला न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहती हैं, ‘प्रेग्नेंट लेडिज में यह बीमारी कम देखी जा रही हैं. फिलहाल इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि गर्भ में पल रहे बच्चे में भी कोरोना वायरस प्रवेश करती है. हां यूके में एक-दो मामले इस तरह के जरूर सामने आए हैं. गर्भ के समय महिलाओं के एम्यून सिस्टम थोड़ कमजोर हो जाता है, लेकिन बॉडी के अंदर एंटी बॉडी एम्यून सिस्टम डेवलप हो जाता है, जिससे बच्चे तक यह वायरस नहीं पहुंच पाता है. हां, डिलेवरी के बाद अगर डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया तो इस वायरस के चपेट में नवजात आ सकता है. इस बात के भी अब तक कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोराना वायरस ब्रेस्ट मिल्क से फैलता है. इस लिहाज से बच्चे को मां का दूध देना ही चाहिए, लेकिन सतर्कता बरतते हुए.’

दूसरी ओर डब्ल्यूएचओ (WHO) ने साफ किया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित महिलाओं द्वारा नवजात शिशुओं को भी स्तनपान कराने से अभी तक किसी तरह का खतरा नहीं देखा गया है. इसलिए जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान कराना चाहती हैं, वे करा सकती हैं. हालांकि इसके लिए कुछ विशेष बातों को जरूर ध्यान रखना होगा.

गर्भवती महिलाओं में कितने मामले
देश में अब तक दो ऐसे मामले सामने आए हैं जब कोरोना से संक्रमित गर्भवती महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया है. रांची के हिंदीपीढ़ी में एक गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. वहीं आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएन मेडिकल कॉलेज) में भी सोमवार को एक गर्भवती पॉजिटिव मरीज ने बच्चे को जन्म दिया है. दोनों जगहों के अस्पताल प्रशासन ने नवजात बच्चों का नमूना लेकर कोरोना वायरस की जांच के लिए भेजा है. इस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद भारत में इस रहस्य पर पर्दा उठ सकता है. वहीं सोमवार को उत्तर प्रदेश के ही नोएडा में भी एक गर्भवती महिला डॉक्टर में कोरोना की पुष्टि हुई है.

ये भी पढ़ें:

नवजात और छोटे बच्चों को COVID-19 संक्रमण से कैसे बचाएं? जानें एक्सपर्ट्स की राय

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए हेल्थ & फिटनेस से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: April 20, 2020, 9:36 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button