खुर्सीपार पुलिस ने की मीडियाकर्मी के साथ जमकर मारपीट
तबियत खराब होने पर भतीजी को अस्पताल ले जा रहा था
अस्तपताल आने जाने वालों की कलेक्टर द्वारा छूट के बाद भी पुलिस कर रही है बर्बरतापूर्व पिटाई
भिलाई। एक ओर जहां अधिकांशतर पुलिस वाले कोरोना जैसे महामारी से निपटने के लिए दिनरात एक कर जहां पुलिस वाले काबिले तारीफ काम कर पुलिस विभाग का सर ऊंचा कर रहे हैं, वहीं कुछ पुलिसवाले अस्पताल जाने वालों को भी बर्बरतापूर्वक मारपीट कर रहे है तो कुछ पुलिस वाले जबरिया पांच सौ रूपये लेकर मात्र 2 सौ रूपये का चालान की रसीद दे रहे है और उनके साथ गाली गलौच और दुव्र्यवहार कर रहे है। पिछले तीन दिनों पूर्व नेहरू नगर में डिलिवरी के लिए ले जायी जा रही महिला के परिजनों के साथ पुलिस द्वारा दुव्र्यहार करने और पांच सौ रूपये लेकर 2 सौ रूपये का चालान देने का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था कि आज खुर्सीपार पुलिस ने रविवार की दोपहर को फिर अचानक तबीयत खराब होने पर अपने भतीजी को अपनी भाभी के साथ अस्पताल लेकर जाते समय गाड़ी रूकवा कर 112 की टीम ने खबरीलाल न्यूज़ के मीडियाकर्मी को उसकी कार से उतरवाकर जमकर मारपीट की जिसके कारण उस मीडियाकर्मी आंख के पास गंभीर चोटे आई है और उसका चश्मा भी फूट गया है। युवक लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा लेकिन एक आध आने जाने वाले किसी ने उसकी मदद नही की यहां तक कि वहां से खुर्सीपार की गुजर रही पुलिस से भी उसने गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए पल्ला झाड लिया कि आप थाने आईयें। पुलिस द्वारा इतनी बर्बरता दिखाने के बाद भी समाचार लिखे जाने तक अपनी भतीजी को अस्पताल ले जाने वाले मीडियाकर्मी की शिकायत के बाद भी पुलिस ने मारपीट करने वाले पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज नही की खुर्सीपार पुलिस उल्टा पुलिस वालों के साथ गाली गलौच करने का आरोप लगाकर सफाई दे रही है, और पुलिसिया मारपीट का शिकार मीडियाकर्मी पर लगातार थाने में समझौता करने का दबाव बना रही थी।
मिली जानकारी के जानकारी के अनुसार भिलाई खुर्सीपार जोन-3 निवासी मीडियाकर्मी अतिक अंसारी की भतीजी की तबीयत रविवार को अचानक खराब हो गई। वह अपनी भाभी और भतीजी को लेकर कार से अस्पताल जा रहा था। घर से महज कुछ ही दूर केनाल रोड के पास पहुंचे थे कि पुलिस वाले 112 में पहुंचे। पुलिस वालों ने कार रूकवाई और मीडियाकर्मी को बाहर निकलने को कहा। मीडियाकर्मी जैसे ही बाहर निकला एक सिपाही उस पर लाठी भांजना शुरू कर दिया। मीडियाकर्मी पुलिस वालों से भतीजी को लेकर अस्पताल जाने की बात कहता रहा लेकिन पुलिस वाले कुछ सुनने को तैयार नहीं थे और लाठी बरसाते रहे। इस बीच एक पुलिस ने उनके चेहर पर मुक्के से वार कर दिया। मीडियाकर्मी का चश्मा टूट गया और आंख के उपर काफी बड़ा कट लग गया। युवक खून से लथपथ हो गया। मीडियाकर्मी मदद के लिए गुहार लगाता रहा लेकिन पुलिस वाले थाने आओ कहकर निकल गए। यह तो सुक्र था कि चोट आंख के उपर आई यदि आंख पर चोट लगती तो आंख भी खराब हो सकता था। इस घटना की मीडियाकर्मी ने वीडियो भी बनाया है। मारपीट करने वाले पुलिस का नाम राजेश उराव बताया गया है। वह खुर्सीपार थाने में सिपाही है। मीडियाकर्मी जब थाने पहुंचा तो उस पर पुलिस वालों ने पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया है। साथ ही समझौता के लिए भी दबाब बना रहे हैं। समाचार लिखेजाने तक घटना की रिपोर्ट खुर्साीपार पुलिस ने दर्ज नहीं की है।
ज्ञात हो कि लॉकडाउन को और सख्त करने दुर्ग जिले में अभी तीन दिनों के लिए धारा 144 लगाया गया है। जिसका आज आखरी दिन है। इसबीच पुलिस वाले व्यवस्था बनाने गली-मोहल्लों के साथ ही प्रमुख चौराहों पर गश्त कर रही है। लेकिन खर्सीपार थाने के पुलिसकर्मी दादागीरी पर उतर आए हैं। सड़क पर निकलने वाले लोगों से कारण पूछे बगैर ही लाठियां भांज रहे हैं। पुलिस का काम है कि लोगों से बाहर निकलने का कारण पूछे और संतुष्टिजनक जवाब ना मिलने पर ही सख्ती बरते।
पुलिस के साथ गाली गलौच करने का आरोप लगा रही है पुलिसिया बयान पर उठ रहा सवाल
खुर्सीपार पुलिस ने द्वारा खुर्सीपार में रविवार को दोपहर मीडियाकर्मी अतिक अंसारी के साथ हुई मारपीट के मामले में खुर्सीपार पुलिस का कहना है कि पहले अतिक अंसारी ने पुलिस वालों द्वारा रोकने पर गाली गलौच किया गया कहा जा रहा है, जिसको आस पास के लोगों में चर्चा का विषय है कि अतिक अंसारी पुलिस को कैसे गाली दे सकता है क्योंकि वह अपनी बिमार भतीजी को अपने भाभी के साथ कार में लेकर जा रहा था, और कोई भी व्यक्ति अपने कुछ घर की महिलाओं के साथ है उस समय किसी के साथ गाली गलौच नही कर सकता। इसको लेकर यह चर्चा है कि पुलिस अपने स्टाफ को बचाने के लिए अतिक पर उल्टा यह आरोप लगा रही है कि पुलिस के साथ पहले उसने गाली गलौच किया।