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आंध्र प्रदेश पुलिस ने नोटों को कोरोना वायरस के संक्रमण का जिम्मेदार ठहराया- Andhra Pradesh police attributed the notes to corona virus infection | nation – News in Hindi

आंध्र प्रदेश पुलिस ने नोटों को कोरोना वायरस के संक्रमण का जिम्मेदार ठहराया

आंध्र प्रदेश पुलिस ने नोटों को कोरोना वायरस के संक्रमण का जिम्मेदार ठहराया (फाइल फोटो)

नोटों से कोरोना वायरस का संचरण होने की संभावना का पुलिस ने कैसे पता लगाया, इस बारे में पूछे जाने पर डीजीपी डी जी सावंग ने कहा, ‘‘अभी तक राज्य में नोटों से संक्रमण का कोई प्रमाण नहीं मिला है.’’

अमरावती. आंध्र प्रदेश पुलिस (Andhra Pradesh Police) का मानना है कि करेंसी नोट (Currency note) संक्रमित लोगों से कोरोना वायरस दूसरों तक पहुंचाने के जिम्मेदार हो सकते हैं. पुलिस ने कोविड-19 के संक्रमण के सामने आ रहे नये मामलों में दिखाई दे रहे पैटर्न की ओर इशारा करते हुए कहा कि नोटों से संक्रमण फैलने की बात इस राज्य में खतरे की घंटी है जहां ऑनलाइन लेनदेन बहुत कम होता है और अधिकतर कारोबार नकदी से होता है.

इस संबंध में कुछ दिन पहले पुलिस महानिदेशक के कार्यालय की ओर से सभी पुलिस अधीक्षकों, शहर आयुक्तों, सभी रेंज के डीआईजी तथा गुंटूर रेंज के आईजी को मेमो जारी किया गया था. नोटों से कोरोना वायरस का संचरण होने की संभावना का पुलिस ने कैसे पता लगाया, इस बारे में पूछे जाने पर डीजीपी डी जी सावंग ने कहा, ‘‘अभी तक राज्य में नोटों से संक्रमण का कोई प्रमाण नहीं मिला है.’’

उन्होंने सबसे पहले तो इस संबंध में कोई मेमो जारी किये जाने की बात से ही इनकार किया और कहा ‘‘ दफ्तर में हमारे कर्मचारियों ने रोजाना नियमित आधार पर भेजे जाने वाले एक संदेश को इसमें शामिल कर लिया.’’सावंग ने कहा कि यह केवल संक्रमण को लेकर एक आशंका व्यक्त की गयी थी. हालांकि मेमो राज्य के अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय है और कुछ आईएएस अफसरों ने डीजीपी के दावों पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि इससे ऐसे समय में अनावश्यक घबराहट पैदा हो सकती है जबकि राज्य गंभीरता के साथ कोरोना वायरस महामारी से निपटने में लगा हुआ है.एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा, ‘‘यह बिना वैज्ञानिक सोच वाला पूरी तरह बेबुनियाद परिपत्र है.’ डीजीपी के परिपत्र में कुछ रोचक बातें कही गयी हैं लेकिन कोरोना वायरस के मामलों पर 24 घंटे निगरानी रख रहे स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है. अधीनस्थ अधिकारियों को भेजे गये डीजीपी के मेमो में कहा गया है कि पूर्वी गोदावरी, कृष्णा और गुंटूर जिलों में ऐसे लोग वायरस के संपर्क में आए हैं जिन्होंने हाल फिलहाल में कोई यात्रा नहीं की या विदेश यात्रा करने वाले किसी व्यक्ति के प्राथमिक या दूसरे स्तर के संपर्क में नहीं आए.

नोटों को संक्रमण के लिए ठहराया जिम्मेदार

इसमें कहा गया है, ‘‘उन्होंने कारोबार किया है जिसमें उन्होंने चीजें बेचकर अनेक लोगों से नकदी ली है या कई लोगों से मासिक शुल्क वसूला है और संक्रमित हो गए हैं.’’ मेमो के अनुसार, यह स्पष्ट दर्शाता है कि करेंसी नोट संक्रमित लोगों से वायरस का संचरण करने के लिए जिम्मेदार हैं और यह बात राज्य में खतरे की घंटी बजाने वाली है.

ये भी पढ़ें- गुजरात में बीते 12 घंटे में सामने आए 105 नए मामले, 3 की मौत, कुल 871 संक्रमित

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First published: April 16, 2020, 7:48 PM IST



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