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कोरोना संक्रमण के दौर में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बढ़ी चुनौतियां, सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द | covid-19 poses a big challenge to the jim corbett biosphere tiger reserves authorities working hard to protect animals | nainital – News in Hindi

कोरोना संक्रमण के दौर में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बढ़ी चुनौतियां, सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

गर्मियों के साथ जिम कार्बेट नेशनल पार्क की बढ़ रही चुनौतियां

लॉकडाउन (Lockdown) के चलते इस इलाके में पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह से बंद हैं. ऐसे में शिकारियों की घुसपैठ को रोकना कॉर्बेट प्रशासन (Jim Corbett Tiger Reserve) के सामने एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. कोरोना (COVID-19) के डर के बीच गर्मी ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है. रोज़ाना बढ़ते तापमान ने वन्य अधिकारियों की दिक्कतें और भी बढ़ा दी हैं.

रामनगर/नैनीताल. महामारी (Pandemic) कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है, जिसके चलते देश के सभी टूरिस्ट स्पॉट बंद पड़े हैं. वहीं अमेरिका में एक बाघ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भारत सरकार ने देश के सभी वन्य जीव अभ्यारण्य व ज़ू के लिए पहले ही एडवाइजरी जारी कर दी है. ऐसे में कुछ स्पॉट ऐसे भी हैं जिन्हें कड़ी निगरानी में रखा गया है. जिम कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व (Jim Corbett Tiger Reserve) देश के बड़े टूरिस्ट स्पॉट में से एक है. यह टाइगर रिज़र्व वन्यजीवों की आरामगाह भी है, यहां 250 से अधिक बाघों के के अलावा जंगली हाथियों और विभिन्न जीव-जंतुओं का बड़ा कुनबा रहता है.

सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त
ऐसे में इन जीवों का ख़याल रखना वन विभाग की प्राथमिकता बना हुआ है. लॉकडाउन के चलते इस इलाके में पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह से बंद हैं. ऐसे में शिकारियों की घुसपैठ को रोकना कॉर्बेट प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. कोरोना के इस कहर के बीच गर्मी ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है. रोज़ाना बढ़ते तापमान ने वन्य अधिकारियों की दिक्कतें और भी बढ़ा दी हैं. गर्मियों में जंगल को आग से बचाना भी एक बड़ी जिम्मेदारी का काम बन जाता है. पर इन सबके बीच एक सबसे बड़ी चुनौती यह है कि किस तरह से इन वन्यजीवों को कोरोना संक्रमण व शिकारियों से दूर रखा जाए. इन्ही सारी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए कॉर्बेट प्रशासन ने रिज़र्व के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं. इसके साथ ही इन कर्मचारियों के टाइगर रिजर्व से बाहर जाने पर भी रोक लगा दी गयी है.

चुनौतियों के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व तैयारवन्यजीव प्रेमी संजय छिम्वाल का कहना है कि ‘कॉर्बेट प्रशासन को ग्रामीणों के जंगल जाने में पूरी तरह रोक लगा देनी चाहिए. क्योंकि कई ग्रामीण घास और लकड़ी के लिए जंगल जाते हैं, जिनसे वन्यजीवों में संक्रमण का खतरा बना रहता है’. वहीं जिम कॉर्बेट के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि ‘कोरोना के संक्रमण के इस दौर में चुनौतियां बढ़ गई हैं. गर्मी के सीजन में कॉर्बेट के कई प्राकृतिक स्रोत सूख जाते हैं. जिससे वन्यजीवों के लिए पानी की व्यवस्था टैंकरों से करनी पड़ती है. यह समय फायर सीजन का भी है. वनों को आग से बचाना भी बहुत बड़ा चैलेन्ज है. उनका कहना है कि गर्मी का सीजन शिकारियों के लिए भी मुफीद होता है. ऐसे में उनकी घुसपैठ पर भी नज़र बनी हुई है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में आग,पानी, शिकारी और कोरोना से निपटने के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व तैयार है.

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First published: April 15, 2020, 5:32 PM IST



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