छत्तीसगढ में कोरोना के मरीजों के ठीक होने की जानकारी मिलते ही लोग करने लगे है लापरवाही
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अधिकांश लोग नही लगा रहे है मास्क और नही कर रहे हैं सोशल डिस्टेसिंग का पालन
भिलाई । प्रदेश में कोरोना पॉजीटिव मरीजों के ठीक होने के समाचार सामने आने के बाद लोगों की लापरवाही बढऩे लगी है। बैंकों में जन-धन खाताधारकों की उमड़ रही भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार हो रही है। बिना किसी काम के बगैर मास्क लगाये बाहर घूमने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होने लगा है।
छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना से संक्रमित 11 मरीज सामने आ चुके हैं। जिनमें से 9 की एम्स में इलाज के बाद छुट्टी हो चुकी है। पाजीटिव मरीजों के ठीक हो जाने की खबर फैलने के बाद भिलाई-दुर्ग में इसका निगेटिव असर दिखने लगा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना पॉजीटिव मरीजों के इलाज के बाद स्वस्थ हो जाने की पुष्टि के बाद लोगों की लापरवाही बढ़ गई है। लॉकडाउन घोषित होने के बाद जिस तरीके से लोगों में सतर्कता बरतने के प्रति गंभीरता दिख रही थी वह अब ज्यादातर लोगों के बीच नदारद हो गई है।
कोरोना का संक्रमण रोकने लॉकडाउन घोषित होने के बाद केन्द्र सरकार ने जन धन खातों में 500-500 रुपए डाल दिए हैं। इस राशि को निकालने जनधन खाताधारकों की भीड़ शहर के सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में उमड़ रही है। इस भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। लोगों को एक-एक मीटर की दूरी बनाकर बैंक प्रबंधन जरुरी औपचारिकता पूरी करने का आग्रह कर रहा है। लेकिन ज्यादातर खाताधारकों में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोई गंभीरता नजर नहीं आ रही है। लगभग सभी बैंकों के बाहर ऐसी परिस्थिति बनने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।शुरुवाती दौर में लॉकडाउन का पालन करने के प्रति लोगों में सजगता दिख रही थी। शहर के सड़कों पर यह साफ दिख रहा था। लेकिन दो दिन पहले तक 10 पॉजीटिव मरीजों में से 9 के ठीक हो जाने की खबर फैलते ही सड़कों पर भीड़ बढऩे लगी है। लोग बिना किसी काम के दुपहिया वाहन या फिर पैदल शहर की सड़कों पर नजर आ रहे हैं। पुलिस द्वारा रोके जाने की स्थिति में ऐसे लोग दवाई, राशन व सब्जी लेने जाने का हवाला देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। कुछ लोग तो बाहर निकलने के दौरान मास्क नहीं पहनकर लापरवाही की हद पार करने से चूक नहीं रहे हैं।