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COVID 19 In tragedy of Corona a Muslim family from Patna Bihar is helping people nodakm bras | COVID-19: कोरोना त्रासदी में एक मुस्लिम परिवार ने पेश की है गंगा-जमुनी तहजीब की एक मिशाल | patna – News in Hindi

COVID-19: कोरोना त्रासदी में एक मुस्लिम परिवार ने पेश की है गंगा-जमुनी तहजीब की एक मिशाल

रेहानुद्दीन और आयशा तब्बुशुम लोगों से ये अपील भी करते हैं कि आप सरकार के लॉकडाउन के फैसले का ना सिर्फ अनुपालन करें.

कोरोना (Corona) के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश न केवल एकजुट है, बल्कि त्रासदी (Tragedy) के समय में जाति और धर्म से ऊपर उठकर लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं.

पटना. कोरोना की इस त्रासदी में पूरा देश उन जरूरतमंदों के साथ खड़ा है, जिन्हें राहत की सबसे ज्यादा दरकार है. पटना का एक मुस्लिम परिवार (Muslim Family) भी कोरोना की इस त्रासदी (Tragedy) में जरूरतमंदों की मदद के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहा है. ख़ास तौर पर यह परिवार हिंदू समाज के बीच राहत बांटने में जुटा है. पटना (Patna) के फुलवारी शरीफ के रहने वाले रेहानुद्दीन और आयशा तब्बुशुम हर रोज जरूरतमंदों के बीच राहत बांटते हैं. रेहानुद्दीन और आयशा तब्बुशुम लोगों से ये अपील भी करते हैं कि आप सरकार के लॉकडाउन (Lockdown) के फैसले का ना सिर्फ अनुपालन करें, बल्कि साथ में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का भी बखूबी ख्याल रखें.

भाईचारे के लिए एक बड़ा है संदेश
अपनी कोशिश को लेकर आयशा तब्बुशुम का कहना है कि हमारे देश की बुनियाद एकता और आपसी भाईचारे पर ही टिकी है. ऐसे में, रेहानुद्दीन और आएशा की यह छोटी सी कोशिश देश के लिए जितना बड़ा संदेश दे रहा है, उससे भी बड़ी बात है कि यह कोशिश दरअसल हमारे देश की गंगा-जमुनि तहज़ीब की एक मिशाल भी पेश कर रहा है. जिसकी जरूरत आज सबसे ज्यादा हमारे देश को है. कोरोना की इस लड़ाई में हम तभी जीत हासिल कर सकते हैं जब हम सभी एकजुट हो.

हर रोज 50 से 60 परिवारों के बीच बंटती है राहतगरीब और जरूरतमंद के बीच पहुंच कर आयशा और रेहान हर रोज अनाज का पैकेट बांटते हैं. आयशा कहती हैं कि वह अपने पति रेहान के साथ मिलकर हर रोज अपने घर में 100 पैकेट तैयार करती हैं और फिर जरूरतमंदों के बीच राहत बांटने के लिए निकल पड़ते हैं. उनका कहना है कि जब वो राहत का पैकेट बांटती हैं, तो सामने वाले से ये नहीं पूछती हैं कि वो किस जाति या धर्म का है. उनकी ये कोशिश जरूर होती है कि कोई भी जरूरतमंद इस राहत से वंचित ना रह पाए.

लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील
रेहानुद्दीन कहते हैं कि हम जरूरतमंदों के बीच राहत भी बांटते हैं और पीएम नरेंद्र मोदी की उस अपील को भी दुहराते हैं. हम लोगों से लगातार लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का सही तरह से पालन करने का अनुरोध कर रहे हैं. उल्‍लेखनीय है कि आयशा एक गृहणी हैं. उन्‍होंने पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट किया है. वहीं, उनके पति रेहानुद्दीन एक बिजनेसमैन हैं. इन दोनों की एक 11 महीने की बीटिया भी है. जब ये दोनों जरूरतमंदों के बीच राहत बांटने के लिए निकलते हैं तो अपनी मासूम बीटिया को भी साथ में लेकर चलते हैं.

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First published: April 9, 2020, 11:23 PM IST



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