पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता कार्यालय खोले जाने की मांग पकड़ी जोर
समाजसेवी बोहरा ने की मंत्री से मुलाकात, मिला आशवासन
दुर्ग। दुर्ग संभाग में सडक़ों और पुल पुलियों के निर्माण तथा मरम्मत कार्य नौ दिन चले अढ़ाई कोस साबित हो रहे हैं। संभाग के लोगों को दो साल से लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय के मामले में शासन की उपेक्षा का खामियाजा भुगतान पड़ रहा है। सरकार बदलने के बाद अब इस मामले में कार्यालय खोले जाने की मांग फिर जोर पकडऩे लगी है। इसकी सबसे बड़ी वजह लोनिवि मंत्री ताम्रध्वज साहू का दुर्ग जिला के ही हैं। तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी कॉलेेज के जनभागीदारी समिति के पूर्व अध्यक्ष संजय बोहरा ने विभागीय मंत्री श्री साहू से मिलकर उनसे जल्द इस कार्यालय को शुरू करवाने की मांग की हैं। ईई से भी इसी तरह की मांग की है। श्री बोहरा ने बताया कि श्री साहू ने आश्वस्त किया है। मुख्य अभियंता कार्यालय खुल जाने से कार्य में तेजी व केंद्रीकरण और निर्णय लेने में तेजी आएगी। इससे संभाग के विकास में भी गति आएगी। दुर्ग को संभाग बनाए जाने के बाद भी अब तक मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग का कार्यालय नहीं खोला गया है। इसके चलते संभाग में सडक़ों, पुलों और भवनों के निर्माण कार्यों और निर्णय लेने के मामले में तेजी नहीं आ पा रही है। कई सडक़ें जर्जर हैं और कई प्रस्तावित सडक़े अब तक नहीं बन पाई हैं। दुर्ग में 25 अक्टूबर 2016 को मुख्य अभियंता कार्यालय खोले जाने का आदेश शासन ने दिया था। इस कार्यालय का भवन भी बन कर वीरान पड़ा है। इसका उद्घाटन तत्कालीन लोनिवि मंत्री राजेश मूणत द्वारा किया जाना था। दुर्ग को छोडक़र प्रदेश के अन्य सभी चार संभागों में परिक्षेत्रीय कार्यालय मुख्य अभियंता लोकनिर्माण विभाग हैं। लेकिन दुर्ग को अब तक मुख्य अभियंता नहीं मिल पाया है। जबकि दुर्ग संभाग वीवीआईपी जिला बन चुका है। इस अविभाजित जिले से सीएम सहित चार केबिनेट मंत्री और विधायक हैं। जबकि दुर्ग किसी भी दृष्टि से पीछे नहीं हैं। विभागीय कार्यालय नहीं बनने से निर्माण संभाग के सरकारी निर्माण प्रभावित हो रहे हैं। मुख्य अभियंता लोनिवि कार्यालय चालू करवाने के मामले में सरकार बदलने के बाद अब शहर के लोगों को नई उम्मीदे जागी है।