कोंडागांव: हैदराबाद से लाये गए जिले के 24 श्रमिक, विधायक एवं कलेक्टर ने दी समझाइश

कोण्डागांव । अधिक मजदूरी के लालच में जिले के भोले-भाले ग्रामीण अन्यत्र प्रदेश में काम की तलाश में जाते है, जहां उन्हें न केवल दुर्भाग्य जनक परिस्थितियाँ झेलनी पड़ती है बल्कि प्राप्त होने वाली मजदूरी से भी वंचित होना पड़ता है। अतः इससे बेहतर है कि ग्रामीण युवा अपने जिले, गांव, घर के आसपास ही रोजगार तलाशे। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अनेक योजनाऐं एवं रोजगारपरक प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है। जिनसे जीवन-यापन के लिए पर्याप्त रोजगार प्राप्त हो सकता है।
स्थानीय पीएमटी हाॅस्टल के प्रांगण में तेलंगाना (हैदराबाद) से लाए गए 24 श्रमिको के दल को समझाइश देते हुए क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम ने उक्त बाते कही। उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न ग्राम पंचायत जैसे कोरगांव, तोतर, बम्हनी, बनजुगानी, चिचडोंगरी, बांसगांव, छतौड़ी, छिन्नारी, चिंगनार, चांदागांव जैसे विभिन्न ग्राम के 24 युवा एक महीने से स्वेच्छापूर्वक अपने गांव छोड़कर हैदराबाद स्थित किसी फ्लाईएश फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इनमें तीन युवतियाँ भी थी। इन पलायन करने वाले युवाओं में दो युवक बकावण्ड तहसील (जगदलपुर) के निवासी भी शामिल है। इनमें से एक युवक रितेश मरकाम ने जिला प्रशासन को दूरभाष के माध्यम से इन सभी युवाओं के हैदराबाद में काम करने की जानकारी दी थी। इस पर जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम के मार्गदर्शन में तत्काल श्रम विभाग, बाल संरक्षण, पुलिस विभाग की एक टीम हैदराबाद भेजी गई थी। जहां से इन युवाओं को 25 जनवरी को लाया गया। इस टीम में नायब तहसीलदार यू.के.मानकर, श्रम निरीक्षक अमर सिंह खांडे, एएसआई तरुण मायती, बाल संरक्षण अधिकारी महेश्वर राठौर, आरक्षक अघनबती दीवान शामिल थे।
इस मौके पर जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने बताया कि उक्त सभी श्रमिको का पंजीयन श्रम विभाग द्वारा कराया जाकर, उनके इच्छा अनुसार रोजगार एवं प्रशिक्षण से जोड़ा जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामों से पलायन करने के लिए युवाओं को बहकाने वाले एजेंटो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की भी बात कही। इस दौरान श्रम पदाधिकारी आर.जी.सुधाकर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.एस.सोरी, सीएमओ लाल सिंह मरकाम, स्वच्छता निरीक्षक भूपेश सिंग सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008