जन समर्पण सेवा संस्था दे रही है गरीब असहाय जनों को दोपहर और रात में निशुल्क भोजन

दुर्ग। एक ओर जहां कोरोना को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन यानि एक तरह का कफ्र्यू लगाकर लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर इस विपरीत परिस्थिति में मानव जाति की सेवा के लिए कुछ लोग घर से बाहर निकलकर गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों की सेवा कर रहे है. उनकी हर जरूरत की सामाग्री उपलब्ध करा रहे है, दुर्ग में जन समर्पण सेवा संस्था के लोग पूरी सावधानी एवं से बाहर निकल रहे हैं, और दूसरों को इस खतरे से आगह करते हुए जरूरतमंदों की मदद भी कर रहे हैं। जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग नाम पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है। क्योकि यह वह संस्था है जो आज देश एवं प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण आयी भूख प्यास की समस्या बस पर सहयोग नही कर रही है, बल्कि यह संस्था विगत 3 वर्षों से दुर्ग शहर में निवास कर रहे गरीब, असहाय, जरूरतमंदों की हर सहायता कर रही है, जिसमें संस्था द्वारा विगत 3 वर्षों से गरीब असहाय एवं जरूरतमंदों को प्रतिदिन रात्रि में निशुल्क भोजन देती आ रही है, एवं विकलांगों को बैसाखी, ट्रायसिकल, व्हीलचेयर, कम्बल, कपड़ एवं अन्य उपयोगी सामाग्री का वितरण संस्था 3 वर्षो से कर रही है।..
संस्था के प्रमुख बंटी शर्मा ने बताया कि जन समर्पण सेवा संस्था, दुर्ग द्वारा 26 मार्च से दुर्ग शहर के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक व्यक्ति संगठनों के सहयोग से सुबह शाम दो पाली में दुर्ग-भिलाई के गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को प्रतिदिन भोजन वितरण किया जा रहा है. सेवा कार्य मे शासन, प्रशासन, नगर निगम, दुर्ग के मार्गदर्शन में एवं समय समय पर सुझाव अनुसार कार्य किया जा रहा है।
इस सेवा कार्य में विजय अग्रवाल, मुरारी भूतड, अशोक राठी, उमेश शर्मा, कैलाश रूंगटा, चतुर्भुज राठी, राकेश मिश्रा, प्रवीण भूत?ा, सुरेश गुप्ता, रघुनंदन उजाला, राजेन्द्र साहू,आशुतोष सिंह, राजेंद्र शर्मा, अनिल पंडा, रमेश राठी, कृष्णा दुबे, राजेश यादव, विनीत जैन, राजेश शर्मा, लुनिया जी, गौतम जैन, राधेश्याम अग्रवाल, विमल सेक्सरिया, अमरजीत कौर विरदी, लोकेश सोलंकी, नरेंद्र गुप्ता प्रमुख रूप से सहयोग कर रहे हैं।