लक्ष्य के पागलपन में एक कदम गलत निर्णय और जीवन बर्बाद देश के नामी इवेंट कंपनियों के स्पीकर्स ने बताई लक्ष्य तक की कहानियां टेडेक्स आरसीईटी सिजन-2 में विद्यार्थी हुए थीम वॉरियर विदिन से मोटिवेट
भिलाई – चलना शुरू नहीं करोगे तब तक आपको सफलता की राह दिखाई नहीं देगी । जो करो जीवन में इमानदारी से करो कि हर हाल में आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाए । सफलता-असफलता जीवन के दो पहलु हैं । बाधाएं हर क्षेत्र में है । घर से लेकर आसपास का माहौल यहां तक कभी-कभी पालक भी हमें समझ नहीं पाते और उनका दबाव केवल पढ़ाई, डिग्री और फिर नौकरी तक सीमित होकर रह जाता है । ऐसे समय में दूसरों से कुछ अलग करने की सोच के साथ केवल लक्ष्य, संघर्ष और कड़ी मेहनत सफलता तक पागलपन ही जीवन संवारता है । एक कदम गलत निर्णय पूरा जीवन बर्बाद कर सकता है ।
उक्त बातें संतोष रूंगटा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूसंस आर-1, कोहका में टेडेक्स आरसीईटी सिजन-2 में सुबह से दोपहर तक तीन घंटे चली वॉरियर विदिन थीम के साथ देश की नामी 6 इवेंट कंपनियों के स्पीकर्स ने कहीं। ये स्पीकर छात्र-छात्राओं को मोटिवेट करते हुए उनके लक्ष्य को केंद्रित किए।
घर-परिवार के साथ देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी
सबसे पहले आईएफएस 1973 बेच एवं देश के छह देशों के पूर्व राजदूत रहे दीपक बोहरा ने कॅरियर के साथ युवाओं में घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाते हुए देश के प्रति भी वॉरियर विदिन को समझाते हुए कुछ करगुजरने की जिम्मेदारी का आहसास कराया। कहा अब भारत बदल गया है। यह युवाओं का देश है, जहां की हर मां के सीने में देशभक्ति बसती है। भारत अब चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन गई है। हम वो योद्धा हैं जिसे अब आगे बढऩे से कोई रोक नहीं सकता।
तब जाकर योद्धा घोषित कर पाईं
छत्तीसगढ़ रायपुर से माया नगरी मुंबई तक की संघर्षपूर्ण जीवन में पल-पल पत्थर सा अडिग निर्णय पर किस तरह एक योद्धा की भांति लक्ष्य तक पहुंचींकबीर खान निर्मित फॉरगॉटन आर्मी के लीड एक्ट्रेस टीजे भानु ने रोचक तरीके से बताया। कहा तब जाकर अपने को योद्धा घोषित कर पाईं। कहा अपने भीतर की शक्ति को पहचानो।
नए लक्ष्य के लिए छोड़ दी नौकरी
मन कुछ और करने का था, फिर भी पैरेंट्स का दबाव एमबीए तक पहुंचाया। एक्सचेंजर में सिनियर एनालिस्ट रहे राका जोन गेङ्क्षमग के ऋषभ करनवाल ने कहा अंत तक मैने हार नहीं मानी और विडियोगेम के लक्ष्य में मैंने नौकरी तक छोड़ दी, तब पिता भी चिंतित होने लगे। मुझे एक योद्धा साबित होना था, सो आज 3.2 मिलियन डॉलर का लक्ष्य मिल चुका है।
कॅरियर का समय निर्धारित जो पहचान गया वह…
स्पोटर््स मैन सीरियल के लीड एक्टर पवन शंकर ने वॉरियर विदिन का मतलब बताया, कि हम सब में कुछ अलग है। जब तक जीवन तब तक संघर्ष है। कॅरियर के लिए समय निर्धारित है जो उसे पहचान गया वह सफल हो गया। इशान ने कहा पिता को मुझ पर पूरा भरोसा था क्योंकि जो भी किया उसे पूरी लगन से किया और मंजिल मिल गई।
हिप हॉप रैपर ने कॅरियर के नए आयाम लिखे
युवाओं के दिलो-दिमाग पर छाए फूल पावर दिल्ली के हिप हॉप रैपर यंगस्टा यशचंद्रा और फ्रेपेऐस अक्षय रावत सोशलमिडिया पर करोड़ों की पसंद है, जिन्होंने कॅरियर का नया अध्याय लिख दिया है। दो दोस्तों की जोड़ी ने किसी परेशानी को आटडोर सांग्स में पिरोकर पब्जी से अपने को योद्धा बनाया। कर्म ही सबकुछ मानने वाले युवाओं को लक्ष्य के लिए अलग-अलग रास्ते बताए।
ऐसा मॉडल बनाया कि 11 राज्यों ने लागू
आईटी कानपुर से पीएचडी कर रहे फोक इंडिया थर्टी अंडर थर्टी के इशान सदाशिवन युवाओं के मार्गदर्शक के रूप में सामने आ रहे हैं। उन्हंोंने आम लोगों की परेशानियों को दूर करने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं। इसी के तहत उन्होंने एक ऐसा डेस्क किट तैयार करने की जानकारी दी जिसे जमीन पर बैठकर पढऩे वाले गरीब बच्चे कभी टेबल तो कभी बेंच बनाकर पढ़ाई कर सकते हैं। इस मॉडल को 11 राज्यों में लागू कर दिया गया है।
इस दौरान चेयरमैन संतोष रूंगटा, समूह के निदेशक डॉ. सौरभ रूंगटा, एफ एंड ए सोनल रूंगटा, प्राचार्य डॉ. मोहन अवस्थी मौजूद थे। संचालन गौरव गिरजा शुक्ला। टेडेक्स आरसीईटी सिजन-2 के 22 सदस्यों की टीम ने कार्यक्रम आयोजित किया।