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भिलाई नगर निगम के वार्ड परिसीमन में भेदभाव पूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं – जयप्रकाश

भिलाई ! नगर निगम भिलाई के कुल 70 वार्डो के परिसीमन में कांग्रेस सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव के पूर्ण रवैया का विरोध भाजपा पार्षद जयप्रकाश यादव ने किया है हाल ही में हो रहे वार्ड परिसीमन में घोर भेदभाव व भाई-भतीजावाद जैसी स्थिति निर्मित करने वाले कांग्रेसियों के इस कृत्य को लेकर पार्षद द्वारा कलेक्टर दुर्ग व नगर निगम के आयुक्त के समक्ष दावा आपत्ति कर इसे तत्काल रोक कर नए सिरे से पुनः परिसीमन न्याय संगत व निष्पक्ष किए जाने की मांग की है ।नगर पालिक निगम भिलाई वार्ड क्रमांक 3 के नवनिवार्चित भाजपा पार्षद जयप्रकाश यादव द्वारा दुर्ग कलेक्टर एवं आयुक्त नगर पालिक निगम के समक्ष 26 फरवरी को लिखित में वार्डों के अधिनियम 1956 एवं नियम 1994 की अनदेखी करते हुए राजनीतिक दबाव में नियम विरुद्ध रचना किया जा रहा है इस पर घोर आपत्ति दर्ज की है।

जयप्रकाश यादव ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि नगर पालिक निगम भिलाई के वार्डों की जनसंख्या में बहुत ज्यादा अंतर होने के कारण बड़े वार्ड में सुविधाओं का आवंटन एवं विकास कार्य समुचित रूप से नहीं हो पाता थाइसलिए पूर्व में जनहित याचिका रिटपिटिशन माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ बिलासपुर में पूर्व में अर्जी लगाई गई थी जिसके अनुसार प्रत्येक वार्डो की जनसंख्या यथा साध्य एक जैसी करवाने हेतु अपील की गई थी। नियम 1994 वालों का विस्तार संशोधित 25 नवंबर 2014 छत्तीसगढ़ राजपत्र असाधारण वार्ड की रचना एवं यथा साध्य इस प्रकार की जाएगी कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या पूरे नगर के सभी वार्डों में एक जैसी हो वार्ड में सम्मिलित सभी व क्षेत्र संहत क्षेत्र परंतु वर्तमान में कांग्रेस पार्टी द्वारा नगर निगम के 70 वार्डों में भेदभाव पूर्ण परिसीमन कराया जा रहा है वार्ड क्रमांक 1 से लेकर वार्ड क्रमांक 35 तक लगभग 8000 से अधिक आबादी वाले वादों को बनाया जा रहा है एवं वार्ड क्रमांक 36 से लेकर वार्ड क्रमांक 70 तक 4000 तक की आबादी में आवंटित कराया जा रहा है जो कि स्पष्ट नजर आता है कि राजनीतिक दबाव में ऐसा आबंटन कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है ,जिसका सीधा फायदा आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को हो जिससे अधिक से अधिक पार्षद कांग्रेश के जीत कर आये एवं महापौर कांग्रेश पार्टी का बन सके इस हेतु इस दिशा में वर्तमान सत्ता पक्ष द्वारा रास्ता बनाया जा रहा है।

जयप्रकाश यादव ने आगे कहा कि वार्डो के परिसीमन के विश्लेषण से स्पष्ट हुआ है कि 80 से 85% बड़े वार्ड वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में समाहित कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है तथा 90 से 95% छोटे वार्ड भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र में समाहित कराए जाने का प्रयास प्रायोजित ढंग से किया जा रहा है।

जयप्रकाश यादव ने कहा कि दोनों क्षेत्रों के आबादी के हिसाब से वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में 40 वार्ड तथा भिलाई नगर क्षेत्र में 30 वार्ड होना चाहिए ऐसी माँग की गई हैं।

जयप्रकाश यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उच्च न्यायालय के आदेश को कड़ाई से पालन करते हुए अधिनियम 1956 एवं नियम पालन करवाने हेतु मांग की है।


 

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