छत्तीसगढ़
स्कूल-कॉलेज के बच्चों को दी गयी कृमिनाशक दवाई बताये गयी सावधानियां और बचाव के तरीके
स्कूल-कॉलेज के बच्चों को दी गयी कृमिनाशक दवाई
बताये गयी सावधानियां और बचाव के तरीके
नारायणपुर सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़– बच्चों को कृमि से बचाव के लिए आज जिले के सभी स्कूलों, कॉलेजों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, आदि में परजीवी कृमि संक्रमण के जोखिम के बचाव के लिए 01 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई गई। भारत सरकार द्वारा वर्ष में दो बार कृमि मुक्ति दिवस मानाया जाता है। कृमि रोग अर्थात पेट में कीड़े होना एक साधारण बीमारी समझी जाती है। मगर इसका ईलाज न किया जाए तो यह रोग कई बीमारियों जटिलताओं जैसे रक्ताल्पता, कुपोषण आंतों में रूकावट, एलर्जी आदि जानलेवा रोगों का कारण भी बन सकता है।
स्कूलों में बच्चों को सावधानियां व बचाव के तरीके भी बताये गए। सब्जियंा और फलों का उपयोग अच्छी तरह धोकर इस्तेमाल करने, नानवेज पंसद करने वाले नानवेज कम पका या अधपका न खाएं, स्वच्छ पानी ही पियें, इसके लिए फिल्टर या आवश्यकतानुसार पानी उबालकर छानकर पीये, घरो में मल एवं गंदगी के निकास की उचित व्यवस्था करवाएं। चिकित्सक की सलाह पर वर्ष मेें एक या दो बार कृमिनाशक दवाईयों का सेवन करने की बातें कही गयी ।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 10 फरवरी और 10 अगस्त को प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। इसके पीछे उद्देश्य है कि लोग इसके प्रति जागरूक हो। जून 2018 मेें जारी की गई विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार पूरे विश्व में अभी 1.3 अरब लोग कृमि रोग से पीड़ित है।
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