विभाग की मिलीभगत से राजस्व में लग रहा करोड़ों का चुना –
प्रतिबन्ध के बाद भी खनिज विभाग की मिलीभगत से किया जा रहा करोड़ों के अवैध मुरुम का उत्खनन व परिवहन
दुर्ग – इन दिनों जिले भर में चल रहे अवैध उत्खनन और परिवहन धडल्ले से जारी है, जिले के किसी भी सड़क पर आसानी से मुरुम का अवैध परिवहन देखा जाना आम बात हो गई है, वही ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध उत्खनन जिस बेबाकी से किया जा रहा है जबकि मुरुम के उत्खनन पर पर्यावरण को देखते हुए न्यायलय ने पहले ही प्रतिबन्ध लगा रखा है, उसके बावजूद भी खनिज विभाग के अधिकारीयों की उदासीनता और मिलीभगत से प्रतिदिन शासन को करोड़ों रूपये का चुना लगाया जा रहा है, सम्बंधित विभाग के अधिकारी जिस चतुराई से इन मामलों से बचते हुए “कम्बल ओढ़कर घी पी रहे है” और निडर होकर कार्य को अंजाम दिलवा रहे है, उसको देखकर वो कहावत याद आ जाती है, “जब सैंया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का”
जिले भर में चल रहे अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर विभाग की चुप्पी गले नहीं उतर रही है, वही आर्थिक तंगी के हालात से गुजर रहे छत्तीसगढ़ शासन का इस ओर ध्यान ना देना बड़े सवालों को जन्म देता है, क्योकि राजस्व के सबसे बड़े आवक आबकारी विभाग के बाद दुसरे नंबर पर आने वाले विभाग खनिज विभाग है !