रेल मिल में टला बड़ा हादसा
भिलाई। तडक़े नाइट शिफ्ट में रेल मिल के क्रेन नंबर 6 में हुयी घटना गंभीर दुर्घटना भी हो सकती थी किंतु यह संतोषजनक बात है कि, केबिन के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बावजूद क्रेन ऑपरेटर सुरक्षित है। सीटू का मानना है कि, जहाँं तक हादसा टल गया है उस बात से संतोष हुआ जा सकता है किंतु यह हादसा हुआ क्यों इस बात की गहराई में जाने से ही किसी भी हादसे को होने से पहले रोका जा सकता है एवं हादसों को छुपाने की बजाए विश्लेषण करने से ही सुरक्षा को लेकर बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं।
कुछ माह पहले बीबीएम में भी क्रेन दुर्घटना हुयी थी जिसके सन्दर्भ में महाप्रबंधक बीबीएम से चर्चा में सीटू की सेफ्टी कमेटी ने दुर्घटना का कारण क्रेनों का सही वक्त पर शेड्यूल मेंटेनेंस नहीं कराना एवं ब्रेक का खराब होना बताया था। यदि सही समय पर शेड्यूल मेंटेनेंस हो जाता तब क्रेन के ब्रेक को सुधारा जा सकता था। कर्मी भी प्रबंधन के दबाव में आकर खराब ब्रेक से क्रेन को चलाते है और ब्रेक लगाने के समय उसे रिवर्स करके ब्रेक लगाते है। सीटू द्वारा लगातार सेफ्टी से सबंधित सुझाव देने के बावजूद प्रबंधन कोई सबक नहीं सीख रहा है और दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है।