दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में इस बार नही चली भाजपा की माया, कांग्रेस ने किया कब्जा,
शालिनी यादव अध्यक्ष तो अशोक निर्वाचित हुए उपाध्यक्ष
दो दो वोट से हारे भाजपा के प्रत्याशी
दुर्ग। शुक्रवार को जिला पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव कराया गया। जिला जिला पंचायत में इस बार भाजपा की माया नही चली और उसे करारा झटका देते हुए इस बार कांग्रेस ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कब्जा कर लिया। जहां कांग्रेस की शालिनी यादव ने निवृतमान जिला पंचायत अध्यक्ष माया बेलचंदन को करारी शिकस्त देते हुए अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया वहीं कांग्रेस के अशोक साहू ने मोरध्वज हो हराकर उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीतने में सफल हो गये। पिछली बार जैसे क्रॉस वोटिंग के सहारे ग्रामीण सत्ता की सर्वोच्च सदन जिला पंचायत की सत्ता बचाने की उम्मीद कर रही भाजपा को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में करारा झटका लगा।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शुक्रवार को जिला पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव कराया गया। इसमें कांग्रेस की ओर से शालिनी रिवेंद्र यादव को अध्यक्ष व दूसरी बार निर्वाचित होकर सदन में पहुंचे अशोक साहू को उपाध्यक्ष के लिए मैदान में उतारा गया। इसके जवाब में भाजपा की ओर से निवृत्तमान अध्यक्ष माया बेलचंदन व पाटन से निर्वाचित होकर पहुंचे मोरध्वज साहू ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिला और अन्य प्रक्रियाओं के बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव के लिए मतदान कराया गया। इसमें सभी 12 सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसमें कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों को 7-7 और भाजपा के प्रत्याशियों को 5-5 वोट मिले। इस तरह कांग्रेस ने दोनों पदों पर जीत दर्ज कर लिया। ज्ञातव्य हो कि जिला पंचायत में सदस्य के 12 पद हैं। इनमें से कांग्रेस के 7 और भाजपा के 5 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। भाजपा की उम्मीद चुनाव में कांग्रेस के सदस्यों के क्रॉस वोटिंग पर टिकी थी।इसी उम्मीद पर प्रत्याशी उतारा गया था। दूसरी ओर कांग्रेसी नेता भी क्रॉस वोटिंग की खतरे को लेकर अलर्ट रहे और सदस्यों के गतिविधियों पर नजर रखे रहे। क्रॉस वोटिंग के लिए सदस्यों के खरीद-फरोख्त की संभावना को लेकर अलर्ट कांग्रेस नेताओं ने सभी 7 सदस्यों को पहले ही अज्ञातवास पर भेज दिया था। बताया जाता है कि सदस्य इस दौरान विशाखापट्टनम में रहे और चुनाव के एक दिन पहले ही लौटे। सदस्यों को लौटने के बाद दुर्ग के एक रिसॅार्ट में रखा गया और ऐन वक्त पर एकसाथ जिला पंचायत पहुंचाया गया। क्रॉस वोटिंग के खतरे के मद्देनजर मंत्री ताम्रध्वज साहू और पर्यवेक्षक धनेंद्र साहू भी पूरे समय डटे रहे। जिला पंचायत में सम्मिलन में उपस्थिति के बाद कांग्रेस के सभी सदस्यों को सर्किट हाउस पहुंचाया गया। जहां पर्यवेक्षक धनेंद्र साहू ने सभी से वन-टू-वन बात की और एक नाम पर सहमति और उसके पक्ष में मतदान की समझाइश दी।
कहा राजनीति से अलग मिलजुल कर करेंगे काम
निर्वाचन के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष शालिनी यादव ने राजनीति से ऊपर उठकर सभी दल के सदस्यों के साथ मिलजुलकर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि आला नेताओं के मार्गदर्शन में शासन की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन का प्रयास किया जाएगा।