दुर्ग निगम के फील्टर प्लांट से जहरीली क्लोरीन गैस के रिसाव से

10 कर्मचारी हताहत, दो की स्थिति चिंताजनक
निगम अप्रशिक्षित सफाई कर्मियों से कार्य कराने का ये निकला नतीजा
बीएसपी जलशोधन संयंत्र विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने किया ठीक
दुर्ग। नगर निगम के 24 एमएलडी क्षमता वाले फील्टर प्लांट से गुरुवार की सुबह जहरीली क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। इस रिसाव के कारण यहां कार्य कर रहे 10 कर्मचारी हताहत हो गये जिसमें दो की हालत गंभीर है। घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही नगर निगम सहित पूरे शहर में हडकंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल, महापौर चंद्रिका चंद्राकर, आयुक्त लोकेश्वर साहू, पूर्व महापौर आर.एन. वर्मा, पार्षद दिनेश देवांगन, राजेश शर्मा, देवनारायण चंद्राकर एवं अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उसके बाद भिलाई इस्पात संयंत्र के जलशोधन संयंत्र के सुरक्षा अधिकारियों व कर्मचारियों को बुलाया गया। उसके बाद बीएसपी से आये अधिकारी व कर्मचारियों ने साढे तीन घंट मशक्कत करने के बाद इस गैस रिसाव को बंद करने मे सफल हुए, तब जाकर कही सभी ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट में लगे जहरीले क्लोरीन गैस के 9 सौ किलोग्राम के सिलेण्डर का वाल्व ढीला हो गया था जिसके कारण गैस रिसाव हुआ।
निगम अधिकारियों की घोर लापरवाही, अप्रशिक्षितों से ले रही थे काम
इस जहरीले गैस रिसाव से हताहत सभी कर्मचारी नगर निगम के राजस्व व सफाई विभाग के कर्मचारी है। जो अप्रशिक्षित है। इस घटना में नगर निगम के अधिकारियों की घोर लापरवाही सामने आई है, जो अप्रशिक्षित कर्मचारियों से इतना खतरनाक काम ले रहे थे।
सिलेण्डर में किट लगाकर किया गैस रिसाव को बंद-शेष नारायण
सिलेण्डर से हो रहे गैस रिसाव को भारी मशक्कत के बाद अपने टीम के साथ बंद करने वाले
भिलाई इस्पात संयंत्र के जलशोधन संयंत्र विभाग के सुरक्षा अधिकारी शेष नारायण सिंह ने बताया कि सिलेण्डर में कीट लगाकर गैस रिसाव को बंद किया गया है।
कलेक्टर ने दिए जांचे के आदेश, ननि नोडल अधिकारी आर.के. जैन पर गिरी गाज
इस घटना को कलेक्टर उमेश अग्रवाल निगम के कार्यशैली से भारी नाराज दिखाई दिये। उन्होने इसे गंभीरता से लेते तत्काल जांच के आदेश दिए। वहीं महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने भी घटना को गंभीर बताते हुए फील्टर प्लांट के नोडल अधिकारी आर.के. जैन को हटाने के आदेश दिए है। जहरीले क्लोरीन गैस के रिसाव की घटना ने फील्टर प्लांट में नगर निगम की व्यवस्थाओं एवं लापरवाही की पोल खोल दी है।
फील्टर प्लांट में एक्सपायरी सिलेण्डर से चलाया जा रहा है काम
बीएसपी जलशोधन संयंत्र के सुरक्षा अधिकारियों ने जब फील्टर प्लांट की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो उन्हे भारी खामियां व लापरवाही बरते जाने जानकारी मिली। फील्टर प्लांट में गैस रिसाव से निपटने नगर निगम के पास कोई भी साधन नहीं है। कर्मचारी टे्रड नहीं है। यहां तक फील्टर प्लांट में क्लोरीन गैस की सिलेण्डरें एक्सपायरी डेट की मिली। जिस पर बीएसपी जलशोधन संयंत्र विभाग के सुरक्षा अधिकारियों ने भारी नाराजगी जताते हुए बड़ी लापरवाही बताया है। इस दौरान अधिकारियों द्वारा नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को फील्टर प्लांट में आवश्यक नियम व निर्देशों के पालन के संदर्भ में बिंदुवार जानकारी भी दी गई।
गनीमत कि लिक्विड का रिसाव नही हुआ नही तो होता भयावह घटना
जहरीली क्लोरीन गैस जानलेवा होती है। गैस रिसाव को समय रहते बीएसपी जलशोधन संयंत्र के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा समय रहते नियंत्रित कर लिया गया अन्यथा की स्थिति में किसी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था। बताया गया है कि क्लोरीन गैस की सिलेण्डर से गैस का रिसाव घटना का कारण बना है। अगर सिलेण्डर से लिक्विड का रिसाव होता तो यह स्थिति और भयावह होती।
गैस रिसाव से फील्टर प्लांट के अधिकारियों व कर्मचारियों में दहशत
फील्टर प्लांट में क्लोरीन गैस के रिसाव से प्लांट के अधिकारी व कर्मचारी डरे-सहमें हुए है। गैस रिसाव के बाद फील्टर प्लांट की व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। जिसके चलते आज शाम को पेयजल व्यवस्था बाधित रहेगी। वहीं नगर निगम ने तीन-चार दिनों तक ब्लीचिंग पावडर के माध्यम से पानी को स्वच्छ बनाकर पेयजल आपूर्ति का फैसला भी किया है।
गैस रिसाव ननि की लापरवाही का परिणाम- वोरा
विधायक अरुण वोरा ने फील्टर प्लांट में क्लोरीन गैस रिसाव की घटना को नगर निगम की लापरवाही का परिणाम बताया है। उन्होने कहा कि फील्टर प्लांट में मेंटनेंस के नाम पर नगर निगम करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन वहां मेंटनेंस का अतापता नहीं है। अगर सही मेंटनेंस होता तो गैस रिसाव की यह घटना सामने नहीं आती। इस घटना से नगर निगम को सबक लेना चाहिए और जनहित के कार्यो में भ्रष्टाचार बंद करना चाहिए। श्री वोरा दिल्ली प्रवास पर है। घटना की खबर से वे तत्काल हरकत में आ गए और अधिकारियों से घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त की। घटना को लेकर श्री वोरा ने कलेक्टर व सीएमओ से चर्चा की। उन्होने कहा कि हताहत कर्मचारियों के उपचार में कोई कसर नहीं छोड़े और घटना को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करें।