छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

भारत पाक युद्ध के समय गुजरात की विरांगनों के साहसिक कार्योँ के लिए किया गया अभिनंदन

दुर्ग।  भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय सन 1971 में गुजरात भुज की सेवाभावी वीरागनाओं की शौर्य गाथा का संपूर्ण भारत दीवाना था, उनकी शौर्य गाथा का अभिनंदन करने छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि चंपारण में स्वर्गीय विनय संचेती की स्मृति में 10 फरवरी को संत राजन शर्मा एवं चंपारण तीर्थ के प्रमुख कमल भाई की विशेष उपस्थिति में गुजरात माधापर की 6 महिलाओं को राजन श्री सम्मान वल्लभाचार्य जी की जन्मस्थली चंपारण में दिया गया।

इस वर्ष का राजन श्री सम्मान प्राप्त करने कानबाई एस हिरानी, श्याम बाई के खोखानी, प्रेम बाई के हिरानी, वालबाई पिंडोरिया, देव बाई के हलाई, वालबाई के हलाई ,को दिया जा रहा है इन वीरांगनाओं के साथ प्रवीण खोखानी शांता बहन को खोखानी एवं जिगना सोलंकी छत्तीसगढ़ प्रवास पर दुर्ग के विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। 9 फरवरी को विभिन्न देशभक्ति ,आध्यात्मिक, सामाजिक, एवं शैक्षणिक संस्थाओं के अनेक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और वहां इन वीरांगनाओं का सम्मान हुआ।

देशभक्त ग्रुप गांधी चौक दुर्ग द्वारा झंडा वंदन एवं राष्ट्रगान का कार्यक्रम इन वीरांगनाओं के मुख्य आतिथ्य में दुर्ग शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में देशभक्त ग्रुप द्वारा आयोजित था जहां उपस्थित जनसमूह ने पुराना बस स्टैंड दुर्ग से भारत माता की जयघोष के जयकारों के साथ कच्छ गुजरात से आए इन वीरांगनाओं को सम्मान के साथ गांधी चौक लाया गया और राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीतों के बीच झंडा वंदन एवं सम्मान समारोह आयोजित हुआ इस अवसर पर संजू जैन जय कुमार जैन श्याम शर्मा सहित देशभक्त ग्रुप के सभी सदस्य बड़ी ऊर्जा के साथ भरे हुए थे

गुर्जर छत्रिय गुजराती समाज दुर्ग द्वारा साओल हार्ट सेंटर भिलाई के डॉ मनीष चंद्राकर एवं डॉ रुपेश चंद्राकर एवं अन्य डाक्टरों की सहयोगी टीम के द्वारा बीपी शुगर  की जांच करते हुए हार्ड  परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया है इस शिविर में लाइफ केयर ओम परिसर दुर्ग के डॉक्टरों एवं टेक्नीशियन की टीम अपनी सेवाएं दी गुजराती समाज के अध्यक्ष नारायण भाई परमार के नेतृत्व में गुजराती समाज के सदस्यों ने भी गुजराती भवन दुर्ग में इन वीरांगनाओं का स्वागत बहू मान किया।

Related Articles

Back to top button