23 फरवरी को मर्दापाल से खालेमुरवेण्ड तक बाईक रैली आयोजन की घोषणा, जाति प्रमाण पत्र निर्माण में तेजी लाने के निर्देष


कोण्डागांव । जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक में कलेक्टर नीलकंठ टीकाम द्वारा आगामी 23 फरवरी को मर्दापाल से लेकर खालेमुरवेण्ड तक नई बनी 133 किमी की नई सड़क पर बाईक रैली के आयोजन की घोषणा की साथ ही बैठक में इस रैली के संचालन एवं समन्वयन किए जाने पर विस्तृत चर्चा भी की गई। इस मौके पर कलेक्टर ने बताया उक्त रैली एक वृहद सड़क परियोजना से लोगो को अवगत कराने के साथ-साथ गांवो को जोड़ते हुए पुराने समय के प्राचीनतम मार्ग जो कि दंतेवाड़ा से होकर मर्दापाल, बयानार, चिंगनार, कोनगुड़, धनोरा, कुएं, रांधा से होते हुए मुरनार (खालेमुरवेण्ड) को जोड़ती थी। उसे पुनः जीवित कर इन गांवो को विकास के नए आयामो से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त करेगी। यह रैली 63 गांवो एवं 3 विकासखण्डो से गुजरते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-30 में जाकर मिलेगी। इस बाईक रैली में कलेक्टर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जिला स्तर के समस्त अधिकारी-कर्मचारी एवं संपूर्ण जिले से आये 4 हजार से अधिक लोग सम्मिलित होंगे जिनका स्वागत क्षेत्र के स्थानीय ग्रामीणों, नर्तक दलो द्वारा किया जायेगा। इसके अलावा श्री टीकाम ने इस रैली में शामिल होने वाले लोगो के लिए मार्ग पर पेयजल, खाद्य सामग्री, चिकित्सकीय दल एवं सुरक्षा व्यवस्था की भी चाॅक-चैबंद व्यवस्था भी किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में कलेक्टर द्वारा वनअधिकार पट्टो की मांग, मलेरिया मुक्त बस्तर कार्यक्रम, सुराजी गांव योजना, लघु वनोपज खरीदी, किसान सम्मान निधि, सुपोषण बाड़ी एवं किचन गार्डन के संबंध में अधिकारियों से इन योजनाओं की प्रगति की अद्यतन समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर द्वारा हड़ेली, हिरमापाल, टेंगापाल आदि के आस-पास के ग्रामों में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की जांच के दौरान प्रकाश में आए नए प्रकरणों के संबंध में चिंता व्यक्त करते हुए 12 फरवरी को ग्राम हड़ेली में आयोजित होने वाले मलेरिया मुक्ति शिविर के संबंध में अधिकारियों को इसे गंभीरतापूर्वक लेने तथा सभी विभागो को समन्वयन द्वारा इसे सफल बनाने को कहा। लघु वनोपजो की खरीदी के संबंध में उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए आगामी इमली एवं महुआ की फसलो की खरीदी की भी उत्तम व्यवस्था करने एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की समय पर वितरण करने की व्यवस्था करने को कहा साथ ही स्कूलो एवं ग्राम पंचायतो में लगाये गए शिविरों के पश्चात शेष बचे वे लोग जिनका जाति प्रमाण पत्र इन शिविरों में नहीं बन पाया है उनके प्रमाण पत्रो के निर्माण के लिए अतिशीघ्र व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।