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बड़ी खबर : केपीएस के बाद अब फर्जीवाड़े के आरोप में फसे संतोष रुंगटा

संतोष रुंगटा ग्रुप ने कॉलेज परिसर खाली करवाकर सुनसान में की जांच अधिकारीयों की खातिरदारी

भिलाई – शिक्षा के बड़े कारोबारी संतोष रुंगटा ग्रुप के विरुद्ध अनेक तरह की अनियमितताओं की जांच के बीच एक चौंकाने वाली बड़ी खबर सामने आई ! दरअसल 17 जनवरी को कुरूद स्थित कॉलेज परिसर को अचानक प्रबंधक संतोष रुंगटा द्वारा खाली करवा दिया गया ! सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रबंधन ने ये पूरी प्रक्रिया छापेमारी की आशंका को लेकर की गई थी ! पड़ताल में पाया कि कॉलेज खाली कराने के बाद जांच अधिकारियों की जमकर आवभगत की गई ! कॉलेज कैम्पस खाली करवाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आनन-फानन में दोपहर 3:15 बजे कॉलेज के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को घर जाने के लिए कह दिया  गया और चलती हुई क्लास को अचानक बंद करवा दिया गया ! साथ ही हॉस्टल में बस उपलब्ध करवाकर छात्रों को सिविक सेंटर सैर कराने के लिए भेज दिया गया !

उल्लेखनीय है कि संतोष रुंगटा ग्रुप के विरुद्ध लंबे समय से कई तरह की बैंकिंग फर्जीवाड़े की शिकायतों की जांच लंबित है ! उन पर फर्जी टीचरों की भर्ती और सैकड़ों फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाने का भी मामला ED यानि प्रवर्तन निदेशालय के पास के पर लंबित है ! संतोष रुंगटा ग्रुप को बैंक द्वारा डिफाल्टर घोषित किया जा चूका है ! आईसीआईसीआई बैंक ने अगस्त 2019 को उनकी रायपुर स्थित कॉलेज बिल्डिंग पर अपना कब्जा होने का नोटिस चस्पा किया है ! जिसमें कॉलेज प्रबंधक द्वारा 8 करोड़ से ज्यादा की रकम नहीं चुकाने पर भवन कब्ज़ा कर डिफाल्टर घोषित करने का उल्लेख है !

इसके अलावा संतोष रुंगटा ग्रुप के विरुद्ध एचडीएफसी और ओरिएंटल बैंकों की फर्जी सील व साइन बनाने और अपने स्टाफ के सैकड़ों फर्जी अकाउंट खुलवाने जैसे बेहद संगीन मामलों की जांच भी चल रही है ! ऐसे कई अन्य गंभीर शिकायतों के बीच 17 जनवरी को अचानक कॉलेज खाली कराने के बाद जांच या छापेमारी के लिए पहुंचे 10-12 अधिकारियों की कॉलेज के सुनसान परिसर में संतोष रुंगटा ने जमकर खातिरदारी की गई !

सूत्रों की माने तो संतोष रुंगटा ग्रुप के विरुद्ध वित्तीय अनियमितताओं और फर्जीवाड़ा की शिकायतें बैंक और यूनिवर्सिटी से लेकर प्रधानमंत्री ऑफिस तक अनेक स्तर पर प्रमाणित दस्तावेजों के साथ लंबित है !

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