जिला स्तरीय राज्योत्सव 2025 : लोक रंग और संस्कृति से सजी अविस्मरणीय सांस्कृतिक संध्या। कलाकारों की शानदार प्रस्तुति से भावविभोर हुए दर्शक। जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी ने की शिरकत।

जिला स्तरीय राज्योत्सव 2025 : लोक रंग और संस्कृति से सजी अविस्मरणीय सांस्कृतिक संध्या। कलाकारों की शानदार प्रस्तुति से भावविभोर हुए दर्शक। जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी ने की शिरकत।
छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट। 03 नवंबर 2025/
जिला स्तरीय राज्योत्सव 2025 के अंतर्गत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दूसरे दिन की रंगारंग शाम ने बिलासपुरवासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। परंपरा और आधुनिकता के संगम से सजी इस संध्या में जहां छत्तीसगढ़ी लोक कला की सुगंध बिखरी, वहीं नयी पीढ़ी के हुनर और बॉलीवुड संगीत ने कार्यक्रम को ऊर्जा से भर दिया। शाम 5 बजे शुरू हुए इस समारोह ने रात होते-होते उत्साह और उमंग की नई ऊंचाइयों को छू लिया, दर्शकों ने कार्यक्रमों को खूब सराहा। जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी ने दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
बाल कलाकरों ने किया शुभारंभ, दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
कार्यक्रम की शुरुआत जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं की मनोहारी प्रस्तुतियों से हुई। बच्चों ने देशभक्ति, लोकगीतों और सांस्कृतिक थीम पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी। सेजस मंगला, तारबहार, लिंगियाडीह , केपीएस,डीपीएस स्कूल, लोयला स्कूल, पंधी शासकीय स्कूल, बकरकुदा स्कूल, संदीपनी स्कूल, बालक स्कूल सरकंडा, सहित अन्य स्कूलों के बच्चों की नृत्य-गीत की मनमोहक प्रस्तुति ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। आर्या शर्मा ने एक नृत्य प्रस्तुति दी। बच्चों की प्रस्तुति से तालियों की गड़गड़ाहट से वातावरण गुंजायमान हो उठा। पारंपरिक परिधानों में सजे नन्हे कलाकारों के उत्साह और उत्कृष्ट प्रदर्शन ने कार्यक्रम को खास बना दिया।
पंडवानी की गूंज, लोककथाओं की आत्मा को किया जीवंत
लोक कला के मुख्य आकर्षण के रूप में सुप्रसिद्ध कलाकार दिनेश गुप्ता ने पंडवानी गायन प्रस्तुत किया। महाभारत कथा के प्रसंगों और छत्तीसगढ़ी बोली की मिठास के साथ उनका गायन दर्शकों के मन में उतर गया। पारंपरिक वाद्यों की संगत और भावपूर्ण अभिनय ने पंडवानी की ऐतिहासिक विरासत को मंच पर पुनर्जीवित किया।
गेंड़ी पर थिरके लोक सुर
लोकसंस्कृति के एक और शानदार स्वरूप में अनिल गढेवाल ने गेंड़ी नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। संतुलन, ताल और पारंपरिक संगीत के संगम से सजे इस प्रदर्शन ने दर्शकों को छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल की झलक दिखा दी। युवा दर्शक कलाकारों के कौशल की तारीफ करते नहीं थके।वासंती वैष्णव की कत्थक नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
छत्तीसगढ़ी गीतों ने बढ़ाया संस्कृति का गौरव
प्रख्यात लोकगायिका किरण शर्मा ने छत्तीसगढ़ी लोकधुनों पर गीत प्रस्तुत किए। उनके गायन ने श्रोताओं को गांवों की गलियों, खेत-खार और लोक परंपराओं की मीठी यादों में पहुंचा दिया। कार्यक्रम स्थल छत्तीसगढ़ महतारी के जयघोषों से गूंज उठा।
बॉलीवुड सुरों ने बढ़ाई रंगत, युवाओं ने की जमकर तालियां
कार्यक्रम के अंतिम चरण में मशहूर बॉलीवुड गायिका ऐश्वर्या पंडित ने अपनी दमदार और सुरीली आवाज़ से मंच संभाला। उनके लोकप्रिय हिंदी गीतों ने युवाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। संगीत की तरंगों और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गूंज उठा। राज्योत्सव 2025 की यह सांस्कृतिक संध्या छत्तीसगढ़ की परंपराओं, लोकधुनों और आधुनिक कला का संयोजन रहा।



