छत्तीसगढ़

जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम 2025 का रंगारंग शुभारंभ, लोक संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम

जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम 2025 का रंगारंग शुभारंभ, लोक संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम

छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट/ 02 नवंबर 2025/छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम का आज भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि तोखन साहू के आतिथ्य में सांस्कृतिक परंपराओं व उल्लासपूर्ण माहौल में हुआ। पुलिस मैदान में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर शाम से ही लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी। पूरा परिसर छत्तीसगढ़ी परंपरा, लोकसंगीत, कला एवं उत्सवधर्मिता से सराबोर दिखाई दिया।

स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का किया मनमोहक शुभारंभ
स्कूली छात्र-छात्राओं ने अपनी मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य, देशभक्ति गीत, पारंपरिक नृत्य और लोकनृत्य ने सभी का दिल जीत लिया। उनकी ऊर्जा और भावनाओं से भरी प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम की शुरुआत को अत्यंत भावपूर्ण बना दिया। उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साहवर्धन किया। डीएवी, पीएम स्कूल कन्याशाला, बंगाली स्कूल, ड्रीमलैंड स्कूल, देवकीनंदन स्कूल और मोपका शासकीय स्कूल के छात्रों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। वक्ताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी संस्कृति, लोक परंपराओं तथा विकास के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को सामाजिक-सांस्कृतिक एकता का माध्यम बताया।

लोकमंच से गूंजी छत्तीसगढ़ी सुर-लहरियां
प्रसिद्ध लोक कलाकार हिलेंद्र ठाकुर ने अपनी लोकधुनों और गीतों से माहौल को छत्तीसगढ़ी रंग में रंग दिया। ढोल, नगाड़ा और मांदर की थाप पर दर्शकों ने थिरकते हुए तालियाँ बजाईं। सुप्रसिद्ध नृत्यांगना आंचल पांडेय ने शास्त्रीय कथक नृत्य प्रस्तुत किया। संगत, ताल, भाव और नृत्य प्रदर्शन की कला ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जी.जी.यू. उमंग बैंड की ऊर्जा से झूम उठा मंच, जी.जी.यू. उमंग बैंड ने युवाओं में ऊर्जा भर दी। आधुनिक संगीत और जोशीले गीतों से पूरा वातावरण जोश और उत्साह से भर गया। युवाओं ने बैंड की ताल पर खूब आनंद उठाया। भतरी और छत्तीसगढ़ी गीतों ने मनाया लोकगाथाओं का पर्वमशहूर लोकगायक बालमुकुंद पटेल ने भतरी गीतों की प्रस्तुति दी। वहीं, प्रसिद्ध लोकगायिका रेखा देवार ने सुमधुर छत्तीसगढ़ी गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध किया। लोकधुनों में छत्तीसगढ़ की माटी की खुशबू बसी थी, जिसे दर्शकों ने भरपूर महसूस किया। मास्टर तनिष्क वर्मा की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इंडियन रोलर बैंड की आधुनिक संगीत प्रस्तुति ने कार्यक्रम का शानदार समापन किया। बैंड की धुनों ने उपस्थित श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

Related Articles

Back to top button