छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव 2025 – तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य शुभारंभ

छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव 2025 – तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य शुभारंभ
छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री विशेषर पटेल ने दीप प्रज्जवलित कर राज्योत्सव का विधिवत किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर हो रहा रजत महोत्सव का आयोजन
पद्मश्री डॉ भारती बंधु का कबीर भजन और सूफी गायन रहा कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
राज्योत्सव में दर्शकों ने छत्तीसगढ़ी कार्यक्रमों का लिया आनंद कवर्धा, 02 नवम्बर 2025। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर आचार्य पंथ श्री गृथमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मैदान में तीन दिवसीय राज्योत्सव रजत महोत्सव का आज भव्य आगाज हुआ। शाम 5 बजे से छत्तीसगढ़ की माटी, संस्कृति, लोककला और परंपराओं की खुशबू से मैदान महक उठा। कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की लोकधुनों, रीति-रिवाजों और पारंपरिक नृत्यों की रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री विशेषर पटेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर राज्योत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार चंद्रवंशी ने की। कार्यक्रम में जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष श्री चन्द्र प्रकाश चंद्रवंशी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्री कैलाश चंद्रवंशी, पूर्व संसदीय सचिव डॉ सियाराम साहू, जिला पंचायत सदस्य श्री राम कुमार भट्ट, श्री बीरेंद्र साहू, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री पवन जायसवाल, अध्यक्ष जनपद पंचायत कवर्धा श्रीमती सुषमा बघेल, श्री नितेश अग्रवाल, श्री मनीराम साहू, डॉ आनद मिश्रा, पार्षद श्री अजय ठाकुर, श्री योगेश चंद्रवंशी, श्री दीपक सिन्हा, श्री संजीव कुर्रे, कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा, जिला पंचायत सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री विशेषर पटेल ने अपने उद्बोधन में सभी जिले वासियों को राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने की बधाई दी और कहा यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए गर्व का अवसर है। छत्तीसगढ़ को हम महतारी मानते हैं। प्रदेशवासियों की जनभावना को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व अटल बिहारी बाजपेयी ने सम्मान देते हुए एक अलग प्रदेश की सौगात हमें दी। जिसने इस पूरे अंचल के विकास की दशा और दिशा बदल कर रख दी। यहां से मिलने वाला राजस्व राज्य गठन के बाद स्थानीय विकास को आगे बढ़ाने में उपयोग होने लगा। प्रदेश में साथ कबीरधाम जिले विकास की राह पर निरंतर अग्रसर है। आज जिले के किसानों का काम देखने अब प्रदेश के बाहर के लोग यहां आते हैं। कबीरधाम जिले ने सिंचाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के प्रयासों से जिले के विकास को एक नई ऊंचाई मिली। उनकी विरासत को अब आगे बढ़ाने का कार्य उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा कर रहे हैं, जिनके प्रयासों से जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, स्कूलों में डिजिटल क्लास, पीएम आवासों के निर्माण में प्रगति की सौगात जिलेवासियों को मिली है। उनके सतत प्रयासों से प्रदेश का खजुराहो भोरमदेव के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्य को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में स्वदेश दर्शन योजना के माध्यम से अंकित होने का अवसर मिलने जा रहा है। 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास के कई सोपान तय किए हैं। उद्बोधन के अंत में उन्होंने कहा कि आज के दिन हम संकल्प लें कि प्रदेश आगे विकास की नई बुलंदियों को छूए इसके लिए राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ हम अपना योगदान अवश्य दें। छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार चंद्रवंशी ने सभी को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में जिले में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास होने के साथ उन्नत कृषि को भी बढ़ावा यहां के प्रगतिशील किसानों ने अपने परिश्रम से दिया है। उन्होंने कहा कि गन्ने के उत्पादन के साथ यहां के किसानों ने परंपरागत खेती के साथ कृषि में नवाचार को आगे बढ़ाया है। जिसने जिले को एक नई पहचान दी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू ने कहा कि भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा गठित छत्तीसगढ़ आज अपने स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण कर रजत महोत्सव मना रहा है। यह पूरे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने इन वर्षों में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार आज गरीब, किसान, मजदूर और वनवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से गांव, गरीब और किसानों का जीवन स्तर तेजी से बदल रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, कृषि और रोजगार के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ नए आयाम स्थापित कर रहा है। पूर्व विधायक सियाराम साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ के निर्माता भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी हैं, जिनकी दूरदृष्टि से राज्य का गठन हुआ। राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ ने तीव्र गति से विकास किया है और नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ सबका विकास के संकल्प से प्रदेश नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने कहा कि भारत रत्न स्व श्री अटल बिहारी बाजपेयी की उन्नति और प्रगतिशील छत्तीसगढ़ के सोच और संकल्पना को आगे बढ़ाने का काम हम कर रहे हैं। यहां जनसुविधाओं का निरंतर विस्तार हुआ है। जिले में गन्ना उत्पादक किसानों ने न सिर्फ कृषि के क्षेत्र में सफलता का नया आयाम सृजित किया है अपितु अंचल सहित पूरे प्रदेश में अपनी मेहनत से मिठास घोला है। पिछले 25 वर्षों में जिले ने विकास के कई पड़ावों को पार किया है। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि 1 नवंबर 2000 को गठित छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों की सफल विकास यात्रा के साथ पूरे देश में अपना विशेष स्थान बनाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 01 नवंबर को राज्योत्सव के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में कबीरधाम जिले के 13 हजार 376 हितग्राहियों को सांकेतिक गृह प्रवेश कराया वहीं जिले में 16 हजार से अधिक नए आवासों को स्वीकृति प्रदान की। पिछले 25 वर्षों में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का सुदूर अंचलों तक विस्तार हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुलभ की जा रही है। पीएम आवास और जल जीवन मिशन से घर घर तक पक्की छत और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।कबीरधाम जिले में पीएम जनमन योजना बैगा जनजाति के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। यह अवसर है जब हम संकल्प लें कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली और समृद्ध संस्कृति विरासत के संवाहक बन कर आने वाले भविष्य को सुदृढ़ बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे। कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ के पूर्व मुख्य अतिथि अध्यक्ष श्री विशेषर पटेल के साथ सभी अतिथियों ने राज्योत्सव में लगाए गए सभी विकास कार्यों पर आधारित विभागीय प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। मंच संचालन श्री अवधेश नन्दन श्रीवास्तव ने किया। राज्योत्सव के पहले दिन जैसे-जैसे आकाश में चांदनी बिखरती गई, वैसे-वैसे राज्योत्सव महोत्सव का मंच भी छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और लोक रंग से आलोकित होता गया। एक के बाद एक मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिले के स्कूली बच्चों ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम की सुंदरता में चार चांद लगा दिए।
छत्तीसगढ़ के पद्मश्री डॉ. भारती बंधु के कबीर गायन ने अपनी सुमधुर वाणी से कवर्धा की पावन धरती को भक्ति, सद्भाव और समरसता की भावना से गुंजायमान कर दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत अमर रचना “छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिला के” ने श्रोताओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित दर्शक भाव-विभोर होकर कबीर की वाणी और भारती बंधु की गायकी में डूबते चले गए। कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य “छत्तीसगढ़ दर्शन – प्रमुख त्यौहार” ने कार्यक्रम की शोभा को और निखारा। इसके बाद श्री धनीदास मानिकपुरी ने अपने साथी कलाकारों के साथ “मयारु के मया” कार्यक्रम की मोहक प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ महतारी को समर्पित गीत “मै माथ नवाओं ओ मोर ए माटी महतारी” के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य की महिमा का सुरीला बखान किया, जिसने पूरा वातावरण माटी के गौरव और मया से भर दिया।
विद्यार्थियों की उत्साह से भरपूर नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया
कार्यक्रम की शुरुआत में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत लोक नृत्य छत्तीसगढ़ दर्शन प्रमुख त्यौहार से हुई, जिसने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। इस मनमोहक प्रस्तुति में विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और विविध लोक पर्वों को रंगारंग ढंग से प्रस्तुत किया। मनभावन संगीत, पारंपरिक वेशभूषा और उत्साह से भरपूर नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रस्तुति ने न केवल छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की झलक दिखाई, बल्कि विद्यार्थियों की प्रतिभा और मेहनत की भी झलक प्रस्तुत की, जिससे पूरे सभागार में उत्साह और आनंद का वातावरण बन गया।
‘मयारु के मया’ ने बिखेरी लोकरंगों की सतरंगी छटा
राज्योत्सव के पहले दिन छत्तीसगढ़ के लोकरंगों की सतरंगी छटा मंच पर बिखरी। श्री धनीदास मानिकपुरी ने अपने साथी कलाकारों के साथ ‘मयारु के मया’ कार्यक्रम की मोहक प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ महतारी को समर्पित ‘मै माथ नवाओं ओ मोर ए माटी महतारी’ छत्तीसगढ़ राज्य की महिमा सुरीला बखान प्रस्तुत किया। कर्मा गीत ‘करमा के ताल मा, मांदर के थाप मा आ संगी झूम के नाचो’ पर शानदार प्रस्तुति दी।
मंच पर हुई फनकारों की सुरीली जुगलबंदी
राज्योत्सव में मंच पर कवर्धा के फनकार श्री माधवेश केशरी और श्री ओमप्रकाश चंदेल ने अपनी सुरमयी जुगलबंदी करते हुए सदाबहार हिन्दी गीतों की बेहतरीन प्रस्तुति दी। उन्होंने ‘सलामत रहे दोस्ताना हमारा’ गीत से अपने कार्यक्रम की शुरुआत की। जिसके बाद ए मेरे हमसफर, आने से उसके आए बहार, लिखे जो खत तुझे जैसे गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।
हास्य जुगलबंदी ने खूब गुदगुदाया
शहर के ख्यातिप्राप्त हास्य कलाकार श्री कौशल साहू और श्री अनूप श्रीवास्तव की जोड़ी ने अपने मिमिक्री और कॉमिक प्रस्तुति से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया और हंसाया। देश के नामचीन शख्सियतों की हूबहू आवाज निकाल कर सुनने वालों का खूब मनोरंजन किया।
राज्योत्सव की प्रमुख झलकियां एक नजर में
1 सांस्कृतिक कार्यक्रम और राज्योत्सव का दर्शकों ने आनंद लिया
2 छत्तीसगढ़ की लोककलाओं की छटा मंच से देखने को मिली
3 स्कूली बच्चों के कार्यक्रम ने राज्योत्सव की खुबसुरती बढ़ा दी
4 जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में सभी शासकीय योजनाओं की फोटो प्रदर्शनी को लोगों देखा
5 मेला स्थल पर सरकार की योजनाओं की जानकारी और प्रचार सामग्री का वितरण किया गया



