छत्तीसगढ़

बाढ़ एवं गैस रिसाव जैसी आपदाओं से निपटने मॉकड्रिल का आयोजन। सायरन बजे, नाव चली, राहत पहुंची-मॉक ड्रिल में दिखा एक्शन प्लान।

बाढ़ एवं गैस रिसाव जैसी आपदाओं से निपटने मॉकड्रिल का आयोजन। सायरन बजे, नाव चली, राहत पहुंची-मॉक ड्रिल में दिखा एक्शन प्लान।

छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट 25 सितम्बर 2025/भारत सरकार के निर्देशानुसार बाढ़ बचाव तथा केमिकल इंडस्ट्री में गैस रिसाव जैसी आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। पहला आयोजन बिलासपुर के छटघाट में हुआ, जहां अरपा नदी का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के रेस्क्यू का संयुक्त अभ्यास किया गया। इस ऑपरेशन में एसडीआरएफ टीम बिलासपुर एवं एनडीआरएफ टीम कटक ने मिलकर कार्यवाही की। रेस्क्यू अभ्यास के दौरान एचडीपीई मोटर बोट, इंफ्लेटेबल रबर मोटर बोट, ओबीएम, लाइफ जैकेट और लाइफ बॉय जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया।दूसरा आयोजन एनटीपीसी परिसर में हुआ, जहां बाढ़जनित कारणों से क्लोरीन गैस रिसाव की काल्पनिक स्थिति पर मॉकड्रिल किया गया। इसमें सीआईएसएफ, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम ने भाग लिया। फायर ब्रिगेड द्वारा क्लोरीन गैस के प्रभाव को कम करने के लिए वाटर कर्टेन बनाकर डेमो प्रस्तुत किया गया। साथ ही बीए सेट का उपयोग कर पीड़ितों का रेस्क्यू किया गया। इस मॉकड्रिल में इंसिडेंट कमांडर की भूमिका डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट बिलासपुर दीपांकुर नाथ ने निभाई। आब्जर्वर के रूप में डीएसपी श्रीमती भारती मरकाम और आईपीएस गगन कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम में डीआईजी होम गार्ड एल.पी. वर्मा, कमांडेंट एनडीआरएफ डॉ. नवीन कुमार, नोडल अधिकारी आपदा राहत शाखा बिलासपुर श्रीमती रजनी भगत सहित होम गार्ड, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।

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