मुंगेली

छत्तीसगढ़ में बिजली दर वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन… कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी, फिर भी महंगी बिजली क्यों?”जनता की जेब पर डाका डाल रही है भाजपा सरकार – कांग्रेस”

छत्तीसगढ़ में बिजली दर वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन…
कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी, फिर भी महंगी बिजली क्यों?”जनता की जेब पर डाका डाल रही है भाजपा सरकार – कांग्रेस”

मुंगेली – प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर बिजली बिल हॉफ योजना बंद करने के विरोध मे पुरे प्रदेश मे आंदोलन किया जाना है जिसको लेकर 6 अगस्त को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जा रहा है, इसी कड़ी मे मुंगेली कांग्रेस भवन मे भी पत्रकार वार्ता आयोजित की गईं,, जिसमे प्रभारी पंकज शर्मा सहित जिलाध्यक्ष घनश्याम वर्मा, संजीत बनर्जी, थानेश्वर साहू, चंद्रभान बारमते, श्याम जायसवाल, जागेश्वरी वर्मा, स्वतंत्र मिश्रा, दिलीप बंजारा, अरविन्द वैष्णव, लक्ष्मी कांत भास्कर, राजेश छेदहिया, नरेश पाटले, उर्मिला यादव आनद सोनी, काकू पठान, योगेश्वर, दादू मल्हा, भवानी माथुर,रोहित धृतलहरे,बजरंग चन्द्रवंशी, रमेश राजपूत, सहित बड़ी संख्या मे कांग्रेसी कार्यकर्त्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने कहा प्रदेश मे भाजपा सरकार द्वारा बिजली बिल हॉफ योजना बंद करने का विरोध पुरे प्रदेश में किया जा रहा साय सरकार ने बिजली बिल हॉफ योजना को बंद कर दिया है। साय सरकार ने मात्र 100 यूनिट के भीतर की खपत वाले का ही बिजली बिल हॉफ करने का निर्णय लिया है। इससे प्रदेश के अधिसंख्यक उपभोक्ता बिजली बिल हॉफ योजना से वंचित हो गये है। वर्तमान निर्देश के अनुसार 100 यूनिट से अधिक खपत होने पर बिजली बिल पूरा लगेगा तथा 100 यूनिट का छूट भी नहीं मिलेगा। 44 लाख घरेलू कांग्रेस की सरकार ने 5 वर्षाे तक विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बिजली बिल हाफ योजना शुरू किया था जिसका लाभ प्रदेश के उपभोक्ताओं को मिलता था जिसे 5 साल में लगभग प्रत्येक उपभोक्ता का 40 से 50 हजार तक की बचत हुई है। कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किये गये 400 यूनिट बिजली बिल हॉफ के दायरे में प्रदेश का लगभग हर उपभोक्ता आता था। किसी को बिजली का खपत मान लो 600 यूनिट था उससे ज्यादा भी था तो उसके पहले 400 यूनिट तक की खपत पर बिजली बिल आधा हो जाता था, शेष पर ही उसको पूरा बिल देना पड़ता था । जिसे सरकार द्वारा बंद किया जा रहा है। जिसका हम विरोध करते है, जिसको लेकर आगामी 07 अगस्त को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा डी ई आफिर का घेराव किया जायेगा ।
वही प्रभारी पंकज शर्मा ने कहा कि जिस तरह भाजपा सरकार प्रदेश वासियो से जो छलावा कर रही है,, पिछले माह ही सरकार ने बिजली के दाम चौथी बार बढ़ाया था। घरेलू खपत पर 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है, गैर घरेलू बिजली की दर 25 पैसे प्रति यूनिट महंगी कर दी गई है। सर्वाधिक बढ़ोतरी कृषि पंप के बिजली के दाम में 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि करके की गई थी। डेढ़ साल के भीतर साय सरकार ने घरेलू बिजली की दरों में अब तक कुल 80 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी की है। भाजपा सरकार बनने के बाद आम जनता को मांग के अनुसार बिजली नहीं मिल रहा है। बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या से शहर और गांव की जनता जूझ रहे हैं। कांग्रेस की सरकारके दौरान 24 घंटा बिजली की आपूर्ति होती थी। गर्मी के दिनों में मांग बढ़ने पर दूसरे राज्यों से भी बिजली की खरीदी किया जाता था और आम जनता को 24 घंटा बिजली की आपूर्ति की जाती थी । केंद्र की मोदी सरकार के गलत नीतियों के चलते हैं बिजली का उत्पादन लागत बढा है कोयले पर ग्रीन टैक्स चार गुना अधिक बढ़ा दिए, रेलवे का माल भाड़ा अधिक वसूल रहे हैं, थर्मल पॉवरप्लांट को अडानी की कंपनी से महंगे दर पर कोयला खरीदने बाध्य किया जा रहा है, डीजल पर सेंट्रल एक्साइज बढ़ाए जाने से परिवहन में और फायर के लिए उपयोग होने वाले डीजल की लागत बढ़ी है जिसकी भरपाई भी उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ाकर किया जा रहा है। प्रदेश भर से अनाप-शनाप बिजली बिल आने की शिकायत लगातार आ रही है, स्मार्ट मीटर के नाम पर अधिक बिल उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है, अब तो जनता को लूटने के लिए अडानी की कंपनी का प्रीपेड मीटर भी लगाने की तैयारी है। कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के ऐसे अन्यायपूर्ण फैसले का विरोध करती है, कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी और हमें ही महंगे दर पर बिजली बेचा जा रहा है? सरकार के इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ कांग्रेस पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी।

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