शहरी स्वच्छता में छत्तीसगढ़ की उल्लेखनीय सफलता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के पुरस्कार प्रदान

शहरी स्वच्छता में छत्तीसगढ़ की उल्लेखनीय सफलता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के पुरस्कार प्रदान
छत्तीसगढ़ के छह शहर हुए सम्मानित; केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने प्रतिनिधिमंडल को दी बधाई
नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले नगरों एवं राज्यों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल तथा केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।
इस वर्ष कुल 78 पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें 23 सुपर स्वच्छ लीग नगर, 15 राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता नगर (पांच जनसंख्या वर्गों में), 6 मंत्री स्तरीय विशेष श्रेणी पुरस्कार (स्वच्छ महाकुंभ 2025 पहल के अंतर्गत), तथा 34 उदीयमान स्वच्छ नगर पुरस्कार विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को प्रदान किए गए।
समारोह के दौरान राष्ट्रपति महोदया को पुनः उपयोग की गई वस्तुओं से निर्मित एक सारंगी भेंट की गई, जो “कचरे से कंचन” की भावना का प्रतीक है और भारत की स्थानीय शिल्पकला एवं नवाचार के साथ सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ की उपलब्धि
छत्तीसगढ़ से आए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने किया। राज्य के निम्नलिखित छह नगरों को विविध श्रेणियों में सम्मान प्राप्त हुआ:
बिलासपुर, कुम्हारी एवं बिल्हा – राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता
रायपुर – मंत्री स्तरीय पुरस्कार
अंबिकापुर – सुपर स्वच्छ लीग नगर (50,000 से 3 लाख जनसंख्या श्रेणी)
पाटन एवं विश्रामपुर – 20,000 से कम जनसंख्या श्रेणी में श्रेष्ठ प्रदर्शन
इस अवसर पर तोखन साहू ने छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल से भेंट कर राज्य की उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा,
“यह सम्मान हम सभी के लिए गर्व का विषय है। यह हमारे अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों के सामूहिक परिश्रम का प्रतिफल है, जो माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण की दिशा में एक सशक्त कदम है।”
शहरी विकास मंत्रियों की बैठक में श्री साहू का उद्बोधन सभी 78 पुरस्कृत नगरों एवं राज्यों को बधाई देते हुए कहा कि,
“हमारी नगरपालिकाएं, नगर निगम एवं नगर पंचायतें नागरिकों के सहयोग से यह उपलब्धि प्राप्त कर पाई हैं। यह हमारे शहरी विकास मंत्रियों के मार्गदर्शन में संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।”
उन्होंने “नए शहरी भारत की दृष्टि – चुनौतियां और समाधान” विषय पर अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि विभिन्न राज्यों की उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों से सीख लेकर, नीति निर्माण से लेकर क्रियान्वयन तक हर स्तर पर खुले मन से सुझाव अपनाए जाने चाहिए। उन्होंने सभी राज्यों से समावेशी, सुरक्षित और स्वच्छ नगरों के निर्माण हेतु साझा विकास कार्यक्रम तय करने का आह्वान किया।
समारोह के दौरान प्रारंभ की गई प्रमुख पहलें:
- ‘भारत में नगरपालिका वित्त व्यवस्था’ पर ऑनलाइन पाठ्यक्रम का शुभारंभ
- विश्व बैंक की रिपोर्ट – ‘भारत में सुदृढ़ और समृद्ध नगरों की ओर’ का विमोचन
- ठोस अपशिष्ट पर आधारित बायोगैस संयंत्रों पर परामर्श पुस्तिका का डिजिटल विमोचन
- मिशन कर्मयोगी की वार्षिक रिपोर्ट का प्रकाशन
- शहरी प्रबंधकों हेतु नवाचार आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम – ‘नगर नवोत्थान तकनीकी योजना’ का शुभारंभ
गोलमेज बैठक का आयोजन
कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में एक गोलमेज बैठक आयोजित की गई जिसमें श्री साहू सहित सभी राज्यों के शहरी विकास मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक में राष्ट्रीय प्राथमिकताओं, शहरी विकास की चुनौतियों तथा भविष्य के नगरों के निर्माण हेतु शासन सुधारों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
ओडिशा का दृष्टिपत्र हुआ साझा
समारोह के दौरान ओडिशा राज्य के शहरी विकास मंत्री डॉ. कृष्ण चंद्र महापात्र ने तोखन साहू से भेंट कर उन्हें ‘ओडिशा दृष्टि पत्र’ एवं एक स्मृति चिन्ह भेंट किया। श्री साहू ने ओडिशा की पहल की सराहना करते हुए कहा कि “यह साझा प्रयास विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक सराहनीय योगदान है।”