छत्तीसगढ़

चिनाब, अंजी और पांबन ब्रिज पर भी हुआ अद्भुत योग सत्र● देश के सभी रेल ज़ोन, मंडल, और रेल परिसरों में आयोजन● योग को समर्पित एक विशेष EMU ट्रेन भी चलाई गई

● चिनाब, अंजी और पांबन ब्रिज पर भी हुआ अद्भुत योग सत्र
● देश के सभी रेल ज़ोन, मंडल, और रेल परिसरों में आयोजन
● योग को समर्पित एक विशेष EMU ट्रेन भी चलाई गई

दिनांक – 21 जून 2025

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारतीय रेल ने पूरे देश में भव्य और उत्साहपूर्ण योग सत्रों का आयोजन किया। “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” की भावना को आत्मसात करते हुए यह आयोजन देश के सभी रेल ज़ोन, मंडल, स्टेशनों और रेल परिसरों में हुआ। इस मौके पर रेल राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने कर्नाटक के हासन में और रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने चंडीगढ़ के सुखना लेक किनारे योग सत्र में हिस्सा लिया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार नई दिल्ली स्थित करनैल सिंह स्टेडियम में आयोजित योग सत्र में शामिल हुए। इस वर्ष आयोजन की विशेष बात यह रही कि योग न केवल स्टेशनों और कार्यालय परिसरों में हुआ, बल्कि भारतीय रेल की प्रतिष्ठित, ऐतिहासिक और इंजीनियरिंग दृष्टि से अद्वितीय संरचनाओं पर भी संपन्न हुआ।

पहली बार जम्मू और कश्मीर के चिनाब नदी पर स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे रेल आर्च ब्रिज चिनाब ब्रिज पर भी विशेष योग सत्र आयोजित किया गया, जो भारतीय रेल के आत्मविश्वास और आयोजन क्षमता का प्रतीक बना। साथ ही भारत के पहले केबल स्टेड रेल ब्रिज अंजी ब्रिज और तमिलनाडु में बने देश के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेल ब्रिज पांबन पर भी योग सत्र का आयोजन किया गया, जो योग और इंजीनियरिंग की अद्भुत संगति का प्रतीक बना।

इसके साथ पूर्व रेलवे के हावड़ा मंडल में योग को समर्पित एक विशेष EMU ट्रेन सेवा भी चलाई गई। इस ट्रेन के कोचों पर योग मुद्राओं और उनके लाभों को चित्रित किया गया, जिससे यात्रियों के बीच जागरूकता बढ़ाई जा सके। देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए योग सत्र में रेलवे के अधिकारियों, कर्मचारियों, रेल सुरक्षा बल, स्काउट्स एंड गाइड्स, स्कूली छात्र-छात्राओं, जनप्रतिनिधि तथा बडी संख्या में नागरिको ने भाग लिया। योग सत्र के इन सत्रों में आसनों के साथ-साथ प्राणायाम, ध्यान और योग के जीवनदायिनी पहलुओं पर भी प्रकाश डाला गया।

भारतीय रेल ने इस आयोजन के माध्यम से न केवल अपने कर्मचारियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया, बल्कि समाज के व्यापक वर्ग को भी योग के प्रति जागरूक किया।

Related Articles

Back to top button