देश अन्न के मामले में शास्त्री जी के चलते स्वावलंबी: कुरैशी
भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री प्रदेश कांँग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बदरूदीन कुरैशी ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री के 116वीं पुण्यतिथि अपने निवास स्थान 32 बंगला नम्बर 6 में तैल्यचित्र पर माल्यअर्पण कर 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि अर्पित किया। लाल बहादूर शास्त्री, गाँंधी जी के करो या मरो नारे को बदलकर मरो नहीं मारो में बदल दिया सन् 1964 में जैसे प्रधानमंत्री बने उन्होंने अपने प्रथम संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि, उनकी पहली प्राथमिकता खाद्यान के मुल्यों को बढ़ाने से रोकना। सन् 1965 में अचानक पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया शास्त्री जी ने देश के तीनों सेना प्रमुखों को बुलाकर धृणतापूर्वक मुकाबला करने का निर्देश दिया और जय जवान जय किसान का नारा बुलंद किया। आज हम देश में अन्न के मामले में जो स्वालम्बी है वह लाल बहादूर शास्त्री जी की देन है। कार्यक्रम में जावेद खान, अरूण ठावकर, गगन त्रिपाठी, हैदर अली, फारूख खान, मनीष श्रीवास्तव, जय गांँधी, नब्बु खान, आर.एन. श्रीवास्तव, एन.आर.वर्मा उपस्थित थे।