Remittance Tax USA: भारतीयों की विदेश में कमाई पर ट्रंप की बुरी नजर, रखा ये खास प्रस्ताव, भारत को हो सकता है अरबों का नुकसान!

अमेरिका। Remittance Tax USA: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिनों पहले अपने बयान में कहा था कि, भारत में मैन्युफैक्चरिंग के ऐप्पल के प्लान पर कमेंट करते हुए कहा कि भारत में प्लांट बनाने की कोई जरुरत नहीं है, वे खुद की देखभाल कर सकते हैं। उनके इस बयान के बाद वे चर्चा में थे। वहींं अब उन्होंने अमेरिका में काम कर रहे विदेशियों द्वारा अपने परिजनों, रिश्तेदारों या अपने देश भेजे जाने वाली रकम पर भी भारी टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा है। इसका मतलब ये है कि, अब अमेरिका से विदेश भेजे जाने वाली धनराशि पर भी टैक्स लगाया जाएगा। ट्रंप के इस फैसले ने वहां काम करने वाले नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है।
दरअसल, अमेरिकी नागरिकों द्वारा विदेश में भेजे जाने वाले पैसों पर 5% रेमिटेंस टैक्स लगाने की बात कही गई है। ट्रंप का यह प्रस्ताव अगर पारित होता है तो इससे भारत को सालाना अरबों रुपये का नुकसान हो सकता है और H-1B, L-1 वीजा धारकों और ग्रीन कार्ड होल्डर्स सहित भारतीय प्रवासियों को 1.6 बिलियन डॉलर (लगभग ₹13,800 करोड़) का अतिरिक्त टैक्स देना पड़ सकता है। मालूम हो कि, अमेरिका न केवल दुनिया के सबसे बड़े भारतीय प्रवासियों का केंद्र है, बल्कि भारत में धन प्रेषण का सबसे बड़ा स्रोत देश भी है।
बता दें कि, यह बिल एक राजकोषीय पैकेज है, जिसका उद्देश्य ट्रंप सरकार में टैक्स कटौती को जारी रखना और संघीय खर्च में कटौती करना है लेकिन इस बिल में पेज संख्या 327 पर धन प्रेषण पर 5 फीसदी कर का उल्लेख किया गया है जो सीधे तौर पर गैर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाता है। जिन्होंने अभी तक अमेरिकी नागरिकता हासिल नहीं की है।
Remittance Tax USA: वहीं विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका में 45 लाख प्रवासी भारतीय हैं, जिनमें 32 लाख भारतीय मूल के व्यक्ति (PIOs) शामिल हैं। आरबीआई के सर्वेक्षण के अनुसार, 2023-24 में भारत को 118.7 बिलियन डॉलर की रेमिटेंस मिली, जिसमें 32 बिलियन डॉलर (28%) अमेरिका से आए। वहीं अगर अमेरिका में यह प्रस्ताव लागू होता है तो इसका सबसे ज्यादा असर भारत में पड़ने वाला है।