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Hug Day पर मुफ्त में गले लगने वालों, हज़ारों में लगती है प्यार भरी झप्पी की कीमत !Those who hug for free on Hug Day, the cost of a loving hug is found in thousands!

Hug Day पर लोग एक-दूसरे के प्रति अपना प्यार ज़ाहिर करने के लिए गले लगते हैं. इससे न सिर्फ गले लगने वाले को झप्पी पाने वाले को भी अच्छा महसूस होता है. हालांकि जो झप्पियां हम बात-बात पर अपने चाहने वालों को देते हैं, उसकी भी कीमत होती है. जिसे वसूल रहे हैं विदेशों में प्रोफेशनल (Weird Professions) कडलर या हग (Make money by hugging strangers) कहे जाने वाले लोग.लोगों को गले लगाने का पेशा कई पश्चिमी देशों में चल पड़ा है. हमारे देश में परिवार ही इतने बड़े होते हैं कि लोग एक-दूसरे मिलते-जुलते रहते हैं या फिर फोन पर बात कर लेते हैं. विदेशों में ऐसा नहीं होता है, वहां लोग अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं. ऐसे में उन्हें किसी ऐसे शख्स की ज़रूरत पड़ती है, जो उन्हें गले लगाकर (Professional Cuddler) सुकून महसूस कराने में मदद करे. यहीं पर शुरुआत हो जाती है गले लगाने वाले प्रोफेशनल (Professional Hugger) लोगों कीमहिलाओं से लेकर पुरुष हैं प्रोफेशनल कडलर
ऐसा नहीं है कि लोगों को गले लगाने का काम सिर्फ महिलाएं या सिर्फ पुरुष करते हैं. इस पेशे में महिला-पुरुष दोनों ही हैं, जो अपने क्लाइंट्स से उनकी ज़रूरत के मुताबिक सेशन के पैसे लेते हैं. उन्हें जिस तरह के भावनात्मक सपोर्ट की ज़रूरत होती है, वो पेशेवर प्यार बांटने वाले लोग देते हैं. इस पेशे के कुछ नियम पहले ही गले लगाने वाला शख्स तय कर लेता है, जिसे तोड़ने की इज़ाजत ग्राहक को नहीं होती है. हाथ पकड़ना, बाल सहलाना, गले लगाना और कई बार गले लगाकर सुलाना भी उनकी सर्विस में शामिल होता है. हालांकि इस बात कि सख्त हिदायत होती है कि ग्राहक पहले बताई शर्तों के अलावा कुछ और डिमांड नहीं करेंगे.

झप्पियां देकर साल में लाखों कमाते हैं लोग
अब आप सोच रहे होंगे कि भला ये भी कोई नौकरी है? जनाब जैसी भी नौकरी है, इसमें पैसे कहीं से भी कम नहीं हैं. एक गले लगाने वाला प्रोफेशनल एक घंटे में कम से कम 6-7 हज़ार रुपये कमा लेता है, जबकि कुछ लोग 15-16 हज़ार रुपये तक चार्ज करते हैं. वे सेशन को 1-3 घंटे तक चलाते हैं और उसके मुताबिक पैसे बढ़ते जाते हैं. इन प्रोफेशनल कडलर्स के पास आने वाले लोगों में ब्रेक अप के दर्द से जूझ रहे लोगों से लेकर तनाव से ग्रस्त लोग भी शामिल होते हैं. इन्हें सुकून देने के बदले ये लोग पैसे कमाते हैं.

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