कुरलू बाहर में आयोजित चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा का भव्यता से समापन
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कोंडागाँव । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वधान में ग्राम कुरलू बहार हीरापुर विकासखंड माकड़ी में चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा 03/01/2020 को प्रारंभ हुआ पीला वस्त्र धारण किए गायत्री परिजनों से ग्राम व क्षेत्र में एक भक्ति में वातावरण निर्मित हुआ मिशन द्वारा संचालित श्रद्धा संवर्धन पर्यावरण संरक्षण नारी जागरण संस्कार परंपराओं को जीवन्त एवं जागृत करने के लिए विभिन्न अभियानों से जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से ऐसे धार्मिक आयोजन होते रहे हैं।
आकर्षक कलश यात्रा भव्य शोभायात्रा के साथ परिजन “हम बदलेंगे युग बदलेगा, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा” नारों की गुंजायमान से यात्रा विभिन्न पारा मुहल्लों से गुजरते हुए शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे ऋषि पुत्र के स्वागत एवं मंडप में स्थापित देव स्थानों में जल अभि सिंचन कर स्वागत सत्कार किया गया। द्वितीय दिवस प्रातः योग एवं ध्यान साधना लच्छिन्धर पोयम एवं सुलुक चंद नाग के निर्देशन में और देव आह्वान एवं बूढ़ी माता का प्राण प्रतिष्ठा कर 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में लगभग 2500 परिजनों ने आहुति दी। तृतीय दिवस यज्ञ संध्या विराट 2400 वेदीय दीप महायज्ञ तथा चतुर्थ दिवस आदर्श विवाह संस्कार, जिसमें 3 जोड़ों ने अपने दांपत्य जीवन में प्रवेश किया, 52 लोगों ने गुरु मंत्र दीक्षा व जनेऊ संस्कार कर गुरु सत्ता के पद चिन्हों पर चलकर अपने जीवन सुधार की ओर कदम बढ़ाने का निर्णय लिया। साथ ही 8 नामकरण, संस्कार, 7 मुंडन संस्कार, 4 पुंसवन संस्कार, 21 विद्यारम्भ संस्कार और दो बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न हुआ।
समापन अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय जैविक औषधि कृषक डॉ राजाराम त्रिपाठी द्वारा जैविक कृषि एवं पर्यावरण संरक्षण पर विशेष उद्बोधन दिया गया। साथ में श्रद्धा संवर्धन पर्यावरण संरक्षण नारी जागरण एवं संस्कार परंपराओं को जीवंत एवं जागृत करने के लिए प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को वर्षभर में 108 स्थानों पर गायत्री यज्ञ करने के संकल्प के साथ ही शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे ऋषि पुत्रों का विदाई समारोह हुआ। क्षेत्र की परंपरा जिसमें मांदरी नृत्य उड़िया नृत्य राउत नाचा आदि विभिन्न कलाओं विधाओं के साथ मार्मिक एवं भावुक क्षणों के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कु्रलू बहार हीरापुर के जनप्रतिनिधि ग्रामीण जनों के साथ-साथ क्षेत्र के गायत्री परिजन सी.आर मरकाम, लक्ष्मण सोरी, बीएस पुजारी, एनआर नेताम, लक्ष्मण नेताम, लक्ष्मण लैखन, वटी नाड़ी, राम ध्रुव, श्रवण कुमार नाग, रामलाल नाग, श्रीमती चारु लता मनु एवं समस्त प्रज्ञा परिजनों की योगदान रहा।