Aurangzeb Tomb Letest Update: भारत में एक कारसेवा..! हिंदू संगठन की चेतावनी से उड़े सरकार के होश, बोले- बाबरी मस्जिद जैसा करेंगे औरंगजेब की कब्र का हाल

मुंबई। Aurangzeb Tomb Letest Update: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में स्थित मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से राजनीतिक नेताओं और संगठनों द्वारा इस कब्र को हटाने की मांग को लेकर तीखे बयान दिए जा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने कब्र हटाने की मांग तेज करते हुए आज प्रदर्शन करने जा रहा है। इस बीच, उन्होंने फडणवीस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि इसे जल्द हटाया जाए नहीं तो अयोध्या की तरह कार सेवक हटा देंगे।
बता दें कि बजरंग दल के संभाजी नगर के नेता नितिन महाजन ने कहा कि औरंगजेब ने लाखों की हत्याएं कीं। हजारों मंदिर तोड़े। काशी मथुरा के मंदिर और लाखों गायों की हत्या की। क्रूर शासक की महिमा मंडित करने का काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे में औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कब्र नहीं हटाई गई तो वे बाबरी की तर्ज पर उसे हटा देंगे।
वीएचपी की ऐसी नाराजगी के बीच छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहां पुलिस का बंदोबस्त बढ़ाया गया है। आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं, विपक्षी दल पूरे मामले को लेकर फडणवीस सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। साथ ही ध्रुवीकरण करने और समाज को बांटने का आरोप लगा रहे हैं।
टी राजा ने भी कब्र हटाने की मांग का किया समर्थन
तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक हिन्दूवादी नेता टी राजा सिंह ने भी कब्र हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा- मैं VHP और बजरंग दल की मांग का समर्थन करता हूं। इससे पहले टी राजा सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को 15 मार्च को लिट्ठी लिखी थी। उन्होंने छत्रपति संभाजी नगर जिले में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब के मकबरे के रखरखाव पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा आवंटित खर्च का विवरण मांगा है।
उन्होंने कहा- आखिर हिंदू राजाओं की हत्या, मंदिरों को तोड़ने वाले और हमारी संस्कृति का दमन करने वाले औरंगजेब के मकबरे पर सरकारी खर्च का क्या औचित्य है? करदाताओं का एक भी रुपया उस तानाशाह की कब्र के रखरखाव पर खर्च नहीं किया जाना चाहिए, जिसने हमारे पूर्वजों को बहुत पीड़ा दी। इसे फौरन रोकना चाहिए।