छत्तीसगढ़

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा बजट सत्र के तहत कृषि विभाग एवं आदिमजाति विभाग पर प्रस्तुत बजट अनुदान माँग पर चर्चा में भाग लिए

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा बजट सत्र के तहत कृषि विभाग एवं आदिमजाति विभाग पर प्रस्तुत बजट अनुदान माँग पर चर्चा में भाग लिए ।
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही भाजपा सरकार : कौशिक
आदिम जाति विभाग के प्रस्तुत बजट से अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के आर्थिक, समाजिक, राजनैतिक एवं शैक्षणिक जीवन में होगा परिवर्तन

छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट बिल्हा विधानसभा
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा बजट सत्र 2025 के तहत कृषि विभाग एवं आदिम जाति विभाग में प्रस्तुत बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने एक के बाद एक उपलब्धि हासिल की है और जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी कि सरकार और विभागीय मंत्री रामविचार नेताम के द्वारा जो कार्य किए गये है और किसानों को लेकर बजट जो प्रस्तावित हुए है उन सभी का समर्थन करता हूं । उन्होंने कहा जिस प्रकार से कृषि हमारे जीवन का आधार है आज भी 80 प्रतिशत जो आबादी है या तो कृषि पर निर्भर है या तो कृषि आधारित उद्योग के ऊपर निर्भर है। श्री कौशिक ने कहा कि वर्ष 2001 में 5 लाख. मीट्रिक टन धान कि खरीदी हुई थी और आज 149.25 मीट्रिक टन धान कि खरीदी हुई है निश्चित रूप यह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जिस प्रकार से कृषि मंत्री राम विचार नेताम द्वारा कार्य किए गये है ट्रिपेरिकेशन का काम, सब्सिडी में टेक्टर देने का काम, जो कृषि से सबंधित उपकरणों को देने का काम, शाक्भंरी योजना के तहत पम्प कि जो 75 प्रतिशत सबीसीडी दिया गया, लघु श्रीमांक कृषकों को , किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति जनजाति कृषकों को 43 हजार रु का अनुदान, साथ ही छोटे किसानों को 35 हजार का अनुदान समान्य किसान का अनुदान 25 हजार का अनुदान दिया जा रहा है।

श्री कौशिक ने कहा आज धान कि खरीदी में किसान आत्मनिर्भरता में पहुंच गया है जितने धान के बीज आवश्यकता पड़ती है प्रदेश में बीज विकास निगम के द्वारा सबंधित किसानों से एग्रीमेंट करके उतना बीज का उत्पादन किया जाता है, इसके साथ ही दलहन में भी हम काफी आगे बड़े है और लगभग दलहन के बीज भी किसानों को देने में सफल हुए है, इसके साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2022 में जो मिलेट योजना प्रारम्भ कि गयी जिसके अंतर्गत कोदो कुटकी रागी जो एक समय गरीबो का भोजन हुआ करता था उसे प्रमोट किया गया आज बड़े बड़े होटलों मे यह भोजन के सूची में रहता है इसके समर्थन मूल्य जो सुनिश्चित किया गया है इससे किसानों के उत्पादन मे वृद्धि हुई है। किसान आज अपने आपको आत्मनिर्भर महसूस कर रहे है, किसानों के हित में कार्य करने का जो कार्य किया है वह भारतीय जनता पार्टी ने किया है।

श्री कौशिक ने आदिम जाति विभाग के उपलब्ध्यिों को बताते हुए कहा कि कृषि के साथ ही आदिम जाति विकास विभाग द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टलों मे शुद्ध भोजन, आश्रम शालाएं खोलना वहां पर उनके रहने कि व्यवस्था, इसके साथ ही सरकार के द्वारा ग्रांट अनुदान कि राशि में लगातार वृद्धि कि जा रही है, छात्रों के लिए प्रतियोगी प्रारीक्षाओं के लिए यूपीएसी, पीएससी कोचिंग कि व्यवस्था कि गयी है भारत के राजधानी दिल्ली में भी कोचिंग कि व्यवस्था कि गयी है जिसमे छात्र आईएएस, आईपिएस, आई एफ एस अजाइसे बड़े अधिकारी बन सके। जिससे अनुसूचितजाति, जनजाति के छात्राओ का जीवन में परिवर्तन आए और वे समाज का नाम अपने माता पिता का नाम रौशन कर सके। जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र के वहां के छात्रों को शिक्षा देकर उनको अपने पैरों मे खड़ा करने का कार्य भाजपा की सरकार कर रही है, इसके साथ ही शहीद वीर नारायण जी के नाम पर 26 करोड़ रु से लागत से स्मारक एवं संग्रहालयों के निर्माण का प्रावधान बजट में दिया गया है इससे अनुसूचित जाति जनजाति के जो इतिहास है इस संग्रहलाय में हमको देखने मिलेगा, पीएम जन मन योजना और मुख्यमंत्री जी कि नई योजना नियत निल्लावार योजना के द्वारा 17 विभागों को मिलाकर ऐसी व्यवस्था बनाई गयी है जिसके अंतर्गत ऐसे गाँव जहाँ सड़कों नहीं है वहां सड़क बनाना, जहाँ बिजली कि व्यवस्था नहीं वहां बिजली पहुँचाना, छात्रावास नहीं है वहां छात्रवास बनाना एवं सभी मुलभुत सुविधाओं का सुविधा ग्रामीणों को दिलाने का कार्य पीएम जन मन योजना और नियत निल्लावार योजना के अंतर्गत किया जाएगा।

श्री कौशिक ने कहा कि अनुसूचितजाति एवं जनजाति के लिए जो बजट में प्रावधान रखे गये है इससे निश्चित रूप से उनके जीवन में परिवर्तन दिखाई देगा। भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा आदमी जाति विभाग में जो समय समय पर योजना बनायी गयी है वह एक मिल का पत्थर साबित हुए है। शहीद वीर नारायण पुरस्कार, डॉ भवर सिंह पोरते के नाम पर पुरस्कार योजना कि गयी है बाबा गुरु घासी दास जी के नाम पर पुरस्कार कि योजना कि गयी है। श्री कौशिक ने कहा कि कृषि मंत्री रामविचार नेताम के पात्र है जिस. तरह से उन्होंने आदम जाति विभाग के अंतर्गत अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए उनके आर्थिक, राजनैतिक, समाजिक, शैक्षिणिक उत्थान के लिए जो यह बजट प्रस्तुत किया गया है यह निश्चित रूप से मिल का पत्थर साबित होगा।

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