Face To Face Madhya Pradesh: बजट वाला ‘GYAN’..MP बनेगा बलवान! विपक्ष को वार्षिक बजट पर क्यों तमाम आपत्तियां है?

भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: सरकार ने बजट को जनहितैषी करार दिया, जबकि विपक्ष का कहना है कि जनता के लिए बजट में कुछ भी खास नहीं है। वहीं बढ़ता कर्ज चिंता का सबब बना हुआ है तो कैसा रहा मोहन का बजट ये दूसरा पूर्णकालिक बजट और विपक्ष को आखिर क्यों महसूस हुया कि सरकार सिर्फ चुना लगाने का काम कर रही है। एमपी के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने आज दूसरा पूर्ण बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री ने शायराना अंदाज़ में कहा कि आंकड़ा नहीं विश्वास लिखा है। हमने अब आकाश लिखा है।
जाहिर है मध्यप्रदेश सरकार ने आज बजट में GYAN पर धन वर्षा कर दी है। GYAN यानी गरीब,युवा,अन्नदाता और नारी मध्यप्रदेश सरकार ने बजट में हर सेक्टर को छूने की कोशिश की है। मध्यप्रदेश सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाकर बड़ी राहत दी है साथ ही ये भी ऐलान किया कि लाड़ली बहनों की राशि बढ़ाने के बजाए हितग्राहियों को पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा। 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज और 22 नए आईटीआई खोले जाएंगे। प्रदेश के 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में 3 लाख नौकरियां मिलेंगी। 1 अप्रैल 2025 से सातवें वेतनमान के महंगाई भत्ते का पुनरीक्षण किया जाएगा। 1 लाख किलोमीटर सड़कें, 500 रेलवे ओवर ब्रिज बनेंगे। कुपोषण मिटाने महिला मुखिया को हर महीने 1500 रुपए। बीजेपी सरकार के ये ऐलान कांग्रेस को हजम नहीं हो रहे। कांग्रेस ये दावा कर रही है कि बीजेपी सरकार ने फिर किसानों और लाड़ली बहनों से वादाखिलाफी की है।
बीजेपी सरकार ने ना सिर्फ गरीब,युवा,अन्नदाता और नारी का ख्याल रखा है। बल्कि अपने उस बड़े वोट बैंक को भी पूरा ख्याल रखा है जिनके बदौलत बीजेपी ने पिछले चुनावों में शानदार जीत दर्ज की थी। दरअसल बीजेपी सरकार ने बहुसंख्यक आबादी की आस्था के केंद्र जाहिर है बीजेपी अपने कैडर को नहीं भूली है। सत्ता में आते ही सरकार की नीयत उसके बजट में नज़र भी आ रही है।
Face To Face Madhya Pradesh: बीजेपी सरकार के मुखिया और उनके साथी ये दावा कर रहे हैं कि मध्यप्रदेश की सरकार प्रदेश की बेहतरी के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। उधर बीजेपी सरकार के इस बजट पर सियासत भी गरमा गयी है। कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी सरकार कर्ज लेकर घी पी रही है। कर्ज को चुकाने के लिए कर्ज लिया जा रहा है। फिलहाल बजट पर सियासत इतनी आसानी से थमने वाली नहीं है। कांग्रेस आने वाले दिनों में बीजेपी को वो वादे याद दिलाने की तैयारी कर रही है जिनके जरिए वो सत्ता में लौटी थी।