छत्तीसगढ़

अपने हिस्से की संपत्ति का त्याग करना ईश्वर की भक्ति का एक अंश है-पंडित अमित शास्त्री

अपने हिस्से की संपत्ति का त्याग करना ईश्वर की भक्ति का एक अंश है-पंडित अमित शास्त्री

देवेन्द्र गोरले सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़- डोंगरगढ़- डोंगरगढ़ रेलवे पुलिस, जीआरपी, जीआरपीएफ, समस्त रेलवे कर्मचारी व माँ बम्लेश्वरी महिला मानस मंडली के तत्वाधान में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय भागवत

 

ज्ञान यज्ञ सप्ताह का शुभारंभ जीआरपी रेलवे पुलिस ग्राउंड में किया गया है। ज्ञान यज्ञ सप्ताह का शुभारंभ 25 दिसम्बर बुधवार को दोपहर 2 बजे कलश यात्रा के साथ किया

तत्पश्चात गणपति राम और गुरुकुल की स्थापना की गई। भागवत कथा का रसपान कराते हुए वृंदावन धाम से आये राष्ट्रीय संत कथावाचक पंडित अमित कृष्ण शास्री महाराज जी ने अपने मुखारबिंद से श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम व उनके भाई भरत का उदाहरण देते हुए बताया कि जिस तरह भगवान श्री राम ने अयोध्या का राजपाठ छोड़कर भरत को सौप दिया और खुद वन को चले गए लेकिन उनके भाई भरत ने अपने हिस्से में आई हुई सम्पत्ति का त्याग करते हुए राज सिंहासन पर भगवान श्री राम के खड़ाऊ को रख दिया। उसी तरह अपने हिस्से में आई हुई संपत्ति का त्याग कर जरूरतमंद की मदद करना भी ईश्वर की भक्ति का ही एक अंश है। यदि किसी भी मां बाप की संतान किसी उच्च पद पर आसीन होता है तो सबसे अधिक प्रसन्नता और गर्व उनके मां बाप को ही होता है। श्री शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को नौ दिनों तक किसी की भी निंदा नहीं करने का संकल्प दिलाया।
इसके बाद 26 दिसम्बर गुरुवार को दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक भगवान श्री राम के विवाह और भरत चरित्र की कथा का रसपान कराया। यज्ञ सप्ताह का समापन 2 जनवरी गुरुवार को हवन एवं महाप्रसादी वितरण के साथ किया जायेगा।

 

 

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