श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में प्रमुख ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का छत्तीसगढ़ में मिलाजुला असर रहा

सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़ रायपुर- रायपुर, आठ जनवरी (भाषा) केंद्र सरकार की कथित श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में प्रमुख ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का छत्तीसगढ़ में मिलाजुला असर रहा। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) के राज्य सचिव धर्मराज महापात्र ने मंगलवार को यहां भाषा को बताया कि दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन डाकघर, प्रमुख बैंक और बीमा कंपनियों में कामकाज प्रभावित हुआ। महापात्र ने बताया कि राज्य के विभिन्न स्थानों में यूनियन के कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में शामिल हुए। यूनियन प्रति माह 18 हजार रुपए न्यूनतम मजदूरी की मांग तथा सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश और आवश्यक वस्तुओं की मूल्य वृद्धि का विरोध कर रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में इस्पात, बिजली, बैंकिंग, बीमा और अन्य संगठित क्षेत्रों के साथ-साथ असंगठित क्षेत्रों के श्रमिक और कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हुए। वहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, राइस मिल मजदूर तथा मंडी मजदूरों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। महापात्र ने कहा कि बुधवार को हड़ताल के दूसरे दिन अधिक समर्थन मिलने की संभावना है। हड़ताल के पहले दिन राज्य में स्कूल और कालेज खुले रहे तथा वाहनों की आवाजाही जारी रही। कोरबा जिले में एसईसीएल के कोयला खदानों में उत्पादन प्रभावित हुआ है।
विज्ञापन समाचार हेतु सपर्क करे-9425569117/9993199117