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Online Betting Exposed: ऑनलाइन सट्टा के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, मौके से मिले 234 एटीएम कार्ड और 77 सिमकार्ड, नजारा देख पुलिस के भी उड़े होश

Surguja Online Betting Gang। Image Credit: IBC24

सरगुजा। Online Betting Exposed: सरगुजा में पकड़े गए ऑनलाइन सट्टे के सरगना ने जो राज उगले है वो काफी चौकाने वाले है ऑनलाइन सट्टे का कथित मुख्य आरोपी सिर्फ मोहरा है बल्कि कई और बड़े लोग इसमे शामिल है। इस सट्टे में रुपयों को क्रिप्टो करंसी में बदला जाता था। इसके अलावा व्हाटसप के अलग अलग ग्रुप बनाकर खेल खेलाने आए लेकर पैसों के बंटवारे में इसका उपयोग होता था।  सरगुजा पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर उनसे कई समान जब्त किए थे। दरअसल, सरगुजा की कोतवाली पुलिस ने सूचना के आधार पर शहर के अग्रसेन चौक के पास सुधीर गुप्ता नाम का युवक अपने घर पर सट्टा खिलाने का काम करता है। ऐसे में पुलिस की टीम ने यहां दबिश दी तो उनके भी होश उड़ गए, क्योंकि यहां टीवी पर आस्ट्रेलिया में चल रहा लीग मैच चल रहा था और यहां कुछ लोग मौजूद थे।

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पुलिस ने यहां से 234 एटीएम कार्ड, 77 सिमकार्ड, 78 चेकबुक, 81पासबुक,8 बार कोड स्कैनर, 13 आधार कार्ड, 4 पैनकार्ड, और 73 मोबाइल फोन जब्त किए। पुलिस ने मौके से  चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था,जबकि इस मामले का सरगना सुधीर फरार था जिसे पुलिस ने एक दिन बाद उसके ही घर से गिरफ्तार किया।अब सुधीर ने पुलिस के सामने जो खुलासे किए हैं वह चौंकाने वाले हैं। पुलिस जिस सुधीर गुप्ता को इस मामले का सरगना समझ रही थी वह सिर्फ मोहरा है, क्योंकि इस कड़ी में कई लोग ऐसे शामिल हैं जो सुधीर जैसे कई लोगों को सट्टा खिलाने के लिए उपयोग किया करते थे।  पुलिस ने अलग-अलग बैंकों से जो जानकारी मांगी है उसके अनुसार सिर्फ दो बैंकों से ही करीब 25 करोड़ का लेनदेन होने का प्रमाण मिला है।

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Online Betting Exposed: मामले में सबसे बड़ी जानकारी पुलिस को यह मिली है कि पकड़ा गया आरोपी सुधीर गुप्ता अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए ऑनलाइन सट्टा खिलाने का काम करता था जिसमें एक ग्रुप में सट्टा खिलाने का काम होता था दूसरे ग्रुप में पैसों का डिस्ट्रीब्यूशन किया जाता था तीसरे ग्रुप में आईडी पासवर्ड लेनदेन का काम किया जाता था, जबकि पुलिस चौथे व्हाट्सएप ग्रुप के उपयोगिता के सुराग लग रही है इस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि सट्टा खिलाने वाले लोग जीते गए रकम या लाभांश को क्रिप्टो करेंसी में तब्दील किया करते थेय, पुलिस को आशंका है ,कि देशभर में कई लोगों के नाम से अकाउंट खोले गए हैं जो फर्जी हैं। ऐसे में पुलिस सभी बैंकों से जानकारी मंगा रही है और आगे विवेचना के बाद सुधीर के आकाओं तक भी पहुंचने की बात कह रही है मगर जिस तरह से ऑनलाइन सट्टा एप्प के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं उससे साफ है इसके तार देशभर से जुड़े हो सकते हैं।

 

 

 

 

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