छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

प्रत्याशी और उनके समर्थक हार-जीत को लेकर कर रहे है गुणा भाग

भाजपा और कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ आने का कर रहे है दावा

चर्चा का केन्द्र बनी चौक चौराहे के पान ठेला और चाय दुकान

कौन बनेगा महापौर और किसकी होगी जीत और हार लगने लगा है सट्टा

भिलाई। दुर्ग नगर निगम समेत जिले के कुम्हारी व अहिवारा नगर पालिका और पाटन, धमधा, उतई नगर पंचायत के आम चुनाव के भिलाई नगर निगम दो वार्डों में उपचुनाव शविार को संपन्न हो गया। इसकी मतगणना आगामी 24 दिसंबर को होगी। नगरीय निकाय में विधानसभा और लोकसभा से अधिक अधिक मतदान होने से कांगे्रस और भाजपा दोनो उत्साहित नजर आ रहे हैं और ये दोनो पार्टिंया अधिक मतदान को अपने पक्ष में होने और अपने अपने पार्टी का पूर्ण बहुमत के साथ शहर सरकार बनाने का दावा कर रहे है और इन दोनो पार्टियों के सहित निर्दलीय प्रत्याशी व उनके समर्थक अपने हार जीत को लेकर गुणा भाग करने में लगे हुए है। वहीं चुनाव समाप्ति के बाद अब शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के पान ठेला और चाय दुकानों में भी लोग यही चर्चा करते नजर आ रहे है कि किसकी हार हो सकती है और किसकी जीत। इसके लिए हर कोई अपना अपना तर्क देते हुए नजर आ रहे है। कोई जातीय समीकरण तो कोई पार्टी के परंपरागत वोट या अन्य समीकरणों का वास्ता देकर प्रत्याशियों की जीत हार का दंभ भरता रहा। वहीं आज अलसुबह मार्निंग वॉक में भी भावी चुनाव परिणाम को लेकर तर्क वितर्क चलता रहा। जिले में दुर्ग नगर निगम सहित अन्य निकायों में जीत के प्रति कांग्रेस और भाजपा के नेताओं में भी दावा प्रतिदावा से राजनीति में गरमाहट बनी रही। यह गर्माहट मतगणना तक बनी रहेगी। इसके अलावा लोगों में इस बात की भी उत्सुकता है कि शहर व ग्रामीण सरकार की कुर्सी इस बार कौन ग्रहण करेगा।  हारजीत को लेकर कई जगह सट्टा लगना भी शुरू हो गया है कि कौन महापौर बनेगा और आस पास के क्षेत्रों में कौन अध्यक्ष बनेगा तथा दुर्ग के कुछ खास वार्डों के उन निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर भी सट्टा लगने लगा है जनाधार वाले ऐसे  दोनो प्रमुख पर्टियों से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लडे हैं उनकी हार होगी या जीत। दूसरी तरफ कांग्रेस व भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी के नेता मतदान के आधार पर अपने-अपने आंकलन से अपनी जीत को लेकर दावा प्रतिदावा करते थक नहीं रहे हैं।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष तुलसी साहू ने कहा कि दुर्ग निगम सहित सभी निकायों में कांग्रेस के पक्ष में मतदाताओं के विश्वास जताया है. भाजपा के जिला भिलाई अध्यक्ष सांवलाराम डाहरे ने दुर्ग, कुम्हारी, अहिवारा समेत भिलाई के दो वार्ड के हुए उपचुनाव में भाजपा बेहतर प्रदर्शन करने में सफल हुई है।

जिले में संपन्न निकाय चुनाव में दुर्ग नगर निगम के परिणाम को लेकर सबसे अधिक दिलचश्पी बनी हुई है। वर्ष 1999 में पहली बार महापौर पद के लिए प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली लागू होने के बाद भाजपा का वर्चस्व बना रहा है। प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली से हुए चारो चुनाव में भाजपा का महापौर चुना जाता रहा। पहली व दूसरी बार सुश्री सरोज पाडेय महापौर बनी। फिर क्रमश: डॉ एसके तमेर व श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर के हाथों निगम की बागडोर रही। जबकि वर्ष 1994 में अप्रत्यक्ष मतदान प्रणाली से पार्षदों के  बहुमत के आधार पर कांग्रेस के आरएन वर्मा महापौर चुने गए थे। इस बार पुन: अप्रत्यक्ष प्रणाली लागू होने से कांग्रेस पार्टी 20 साल बाद दुर्ग निगम में अपना महापौर बनने की संभावनाओं के प्रति आशांन्वित नजर आ रही है।

दुर्ग जिले के कुम्हारी नगर पालिका के भावी परिणाम को लेकर भी चौक चौराहों पर बहस चल रही है। यहां के 24 वार्डों में कुल 83 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद हो चुका है। लेकिन लोग अपनी-अपनी गणित से चुनाव का परिणाम देख रहे है। किसी को सभी वर्ग से मिले समर्थन का भरोसा है तो कोई प्रतिद्वंदी पार्टी के वोट में बिखराव का दावा करते हुए परिणाम को अपने पक्ष में देख रहा है।

कुम्हारी नगर पालिका का अस्तित्व नगर पंचायत के रूप में आने के बाद पहला चुनाव 1999 में हुआ था। जिसमें कांग्रेस समर्थित श्रीमती पूर्णिमा साहू अध्यक्ष बनी थी। इसके बाद जब दूसरा चुनाव वर्ष 2004 में हुआ तब तक कुम्हारी नगर पंचायत से नगर पालिका बन चुका था। इस चुनाव में फिर एक बार कांग्रेस का परचम लहराया और बबला चंद्राकर अध्यक्ष बने। तीसरे चुनाव में यहां पहली बार भाजपा से श्रीमती त्रिवेणी शर्मा अध्यक्ष चुनी गई। वहीं वर्ष 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से वापसी किया और स्वप्निल उपाध्याय अध्यक्ष बने। इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव पार्षदो के बहुमत से होना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का क्षेत्र होने से कांग्रेस को यहां पर फिर एक बार सत्ता में काबिज होने का भरोसा है। दूसरी तरफ भाजपा के नेता भी सकारात्मक परिणाम के प्रति उत्साहित दिख रहे हैं।

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