Kawasi Lakhma on CG Liquor Scam: 2000 करोड़ के शराब घोटाला में कवासी लखमा को कितने रुपए मिले? मीडिया के सामने आकर खुद किया खुलासा
रायपुर: Kawasi Lakhma on CG Liquor Scam छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए कथित शराब घोटाले को लेकर कल यानि शनिवार को ED ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। ED की टीम ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा, बेटा हरिश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू, कवासी लखमा के करीबी सुशील देवांगन सहित अन्य कई लोगों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की। वहीं, ED की छापेमार कार्रवाई को लेकर अब कवासी लखमा का बड़ा बयान सामने आया है।
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मेरे अनपढ़ होने का उठाया फायदा
Kawasi Lakhma on CG Liquor Scam पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने ED की छापेमार कार्रवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये छापेमार कार्रई राजनीति से प्रेरित है। विधानसभा में मैंने अपने सवालों के माध्यम से सरकार को घेरने का प्रयास किया, जिसके कारण मेरे घर पर छापेमार कार्रवाई की गई है। उन्होंने आगे कहा कि मैं अनपढ़ हूं, जिसका फायदा अधिकारियों ने उठाया है। अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। मुझको अंधेरे में रखा गया मुझे इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेरे से संपत्ति की जानकारी मांगी गई है जिसके लिए मैंने समय मांगा है। मांगी गई सभी जानकारी दूंगा।
मंत्री बनने के बाद कवासी लखमा ने कितनी संपत्ति बनाई?
उन्होंने आगे कहा कल सुबह 7:00 बजे मेरे निवास में ED के अफ़सर पहुंचे, बाकी जगह छापे में क्या मिला क्या नहीं मिला मुझे नहीं पता है। मेरे यहां से ED के अफसरों कुछ नहीं मिला एक पैसा एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। पूरे घर की गाड़ियों की सभी जगह की जांच की, हमने पूरा घर ED के अफसरों को सौंप दिया था। उन्होंने मेरे और परिवार की संपत्ति के बारे में जानकारी मांगी। मेरे पास चार एकड़ से ज्यादा जमीन नहीं है वह भी बाप दादा के समय की। मंत्री बनने के बाद हमने कोई जमीन नहीं ली है।
शराब घोटाला में कवासी लखमा को कितने रुपए मिले?
कवासी लखमा ने आगे बताया कि अफसरों ने शराब घोटाले की जानकारी मांगी, मैं अनपढ़ आदमी हूं एपी त्रिपाठी मास्टर माइंड है वो और ओएसडी जिस कागज में सिग्नेचर करवाते थे मैं कर देता था। उन्होंने छापेमार कार्रवाई को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुझे बदनाम करने के लिए मेरे ED का छापा मारा गया। कितने करोड़ का घोटाला हुआ मुझे नहीं पता है, मेरे को तो एक रुपए भी नहीं मिला है। बता दें कि ईडी की टीम ने कल रायपुर और सुकमा के कई स्थानों पर दबिश दी थी। वहीं, कवासी लखमा के घर छापेमार कार्रवाई के दौरान उनकी कार से कई अहम दस्तावेज मिलने का दावा किया गया था। अब देखने वाली बात ये होगी आगे प्रवर्तन निदेशालय की ओर से क्या खुलासे हो सकते हैं।
कौन हैं एपी त्रिपाठी
बता दें कि त्रिपाठी भारतीय दूर संचार सेवा के अफसर हैं और छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे थे। यहां आबकारी विभाग में विशेष सचिव रहने के दौरान उन पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप है। त्रिपाठी के खिलाफ ईडी और एसीबी की जांच चल रही है। त्रिपाठी के खिलाफ झारखंड में भी शराब घोटाला का आरोप लगा है। फिलहाल एपी त्रिपाठी जेल में हैं।
क्या है शराब घोटाला का मामला
बता दें कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में कई नेता और अफसर अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दे रहे थे। रिपोर्ट्स ये पूरा सिंडिकेट सरकार के इशारों पर ही चलता रहा। तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी इसकी जानकारी थी और कथित तौर पर कमीशन का बड़ा हिस्सा आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था। ज्ञात हो कि इस मामले को लेकर 2161 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ACB ने 70 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। FIR में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम भी FIR में शामिल है, जिन्हें हर महीने 50 लाख दिया जाता था।
FAQ: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला
1. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला क्या है?
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला 2,161 करोड़ रुपए से अधिक का कथित भ्रष्टाचार मामला है। इसमें आरोप है कि तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में अवैध सिंडिकेट के जरिए कमीशन लेकर शराब के कारोबार में गड़बड़ी की गई।
2. कवासी लखमा का क्या रोल है?
तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर आरोप है कि उन्हें इस सिंडिकेट की जानकारी थी और हर महीने 50 लाख रुपए कमीशन मिलता था। हालांकि, लखमा ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है।
3. एपी त्रिपाठी कौन हैं और उनकी भूमिका क्या है?
एपी त्रिपाठी भारतीय दूरसंचार सेवा के अफसर हैं जो छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग में विशेष सचिव थे। उन पर घोटाले का मास्टरमाइंड होने और कई जगह भ्रष्टाचार करने का आरोप है। वर्तमान में वह जेल में हैं।
4. ED की छापेमारी में क्या बरामद हुआ?
ED ने कवासी लखमा के घर और अन्य स्थानों पर छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और अन्य सबूत जब्त किए हैं। हालांकि, लखमा ने दावा किया कि उनके घर से कोई अवैध संपत्ति नहीं मिली।
5. क्या इस मामले में अन्य लोग भी शामिल हैं?
जी हां, इस मामले में 70 से अधिक लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिसमें नेता और अफसर शामिल हैं। इसमें त्रिपाठी और अन्य OSD पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा #LIVE : #Chhattisgarh #KawasiLakhma https://t.co/i8YDfkfDOO
— IBC24 News (@IBC24News) December 29, 2024
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