#SarkarOnIBC24 : मोहल्ले.. मजहबी पहचान और पॉलिटिक्स, मुस्लिम नाम बदलने की मांग
भोपाल : MP Politics News : मध्यप्रदेश में एक बार फिर नाम की सियासत गरमा गई है। इंदौर के एक बीजेपी विधायक को शहर के उन इलाकों के नामों पर एतराज हैं, जो मुस्लिम पहचान से जुड़े हैं। विधायक ने कई इलाकों के नामों को बदलने की मांग महापौर से कर दी है। जाहिर है इस पर सियासत भी गरमाएगी। कांग्रेस ने इस मांग पर सवाल उठाए हैं, तो पलटवार भी हुआ है।
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MP Politics News : विलियम शेक्सपियर ने एक बार कहा था कि, नाम में क्या रखा है। मगर शायद आज के दौर में नाम बदलने में राजनीति का ऐजेंडा फिक्स होता है। दरअसल, इंदौर में इलाकों के नाम बदलने को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। इंदौर की विधानसभा नंबर-3 से बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने महापौर से उनकी विधानसभा के कुछ इलाकों के नाम बदलने की मांग की है। गोलू शुक्ला ने महापौर से मांग की है कि, मिया भाई की चाल का नाम बदलकर श्रीराम नगर, फिरोज गांधी नगर का नाम जय मल्हार नगर, खातीपुरा का नाम रघुनाथपुरम और जबरन कॉलोनी का नाम सरस्वती नगर और हाथीपाला का नाम बदलकर बजरंग सेतु किया जाए। गोलू शुक्ला की मांग पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला।
ऐसा नहीं है कि पहली बार कोई नाम बदलने की मांग रखी गई हो। कभी राज्यों, तो कभी शहरों का, सड़क मुहल्लों की तो गिनती नहीं है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान भी मध्यप्रेश में नाम बदलने को लेकर सियासत तेज थी। इंदैर के ब्रिटिशकालीन रेसीडेंसी कोठी का नाम बीजेपी ने शिवाजी के नाम पर रखा तो, कांग्रेस ने इसका विरोध किया था।
MP Politics News : वैसे नाम ज्यादातर बदलाव राजनीतिक कारणों से ही होता है लेकिन तर्क ऐतिहासिक भूल को दुरुस्त करने की दी जाती रही है। लेकिन, सवाल ये उठ रहा है कि इंदौर में मुस्लिम पहचान वाले नाम को बदलने की मांग क्यों हो रही है। सवाल ये भी क्या नाम बदलने की मांग के पीछे ध्रुवीकरण वाली राजनीति है? लेकिन हां, इस पॉलिटिक्स ने मुद्दा जरूर गरमा दिया है।